– दो अधिकारियों सहित पांच सेना के जवानों ने दिया शीर्ष बलिदान
राजौरी। राजौरी जिले (Rajouri district) के कालाकोट के बाजीमल इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ (Encounter with security forces) में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित (trained in afghanistan) लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष कमांडर (top Lashkar-e-Taiba commander) सहित दो आतंकवादी मारे (Two terrorists killed) गए। जबकि इस दौरान सेना का एक और जवान बलिदान हो गया। बुधवार को दो अधिकारियों सहित चार जवान बलिदान हुए थे, जिसके बाद अबतक इस मुठभेड़ के दौरान पांच जवान देश पर बलिदान हो गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार रात में गोलीबारी रोक दी गई और इलाके की घेराबंदी और सख्त कर दी गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी घने जंगली इलाके से भाग न जाए। उन्होंने कहा कि गुरुवार सुबह गोलीबारी फिर से शुरू हुई और एक के बाद एक दो आतंकवादी मारे गए। क्षेत्र में सुरक्षाबलों का अभियान फिलहाल जारी है। मारे गए आतंकवादियों की पहचान क्वारी, एक पाकिस्तानी नागरिक और कट्टर आतंकवादी के रूप में की गई है।
पीआरओ डिफेंस ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ के दौरान मारा गया एक आतंकवादी क्वारी पाकिस्तानी है। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया है। क्वारी लश्कर-ए-तैयबा का उच्च रैंक आतंकवादी कमांडर था। वह पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी और पुंछ में सक्रिय था। उसे ढांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है। इन आतंकियों को इन क्षेत्रों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए भेजा गया था।
सेना को उसके बारे में जानकारी मिली है कि वह आईईडी लगाने, गुफाओं से छिपकर हमला करने और प्रशिक्षित स्नाइपर था। इस साल एक जनवरी को राजौरी के ढांगरी में दोहरे आतंकी हमले को इसी ग्रुप ने अंजाम दिया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। इसमें से पांच लोग गोलीबारी में और दो लोग आईईडी ब्लास्ट में मारे गए थे।
इससे पहले, बुधवार सुबह बाजीमल इलाके में आतंकवादियों के एक समूह की आवाजाही के बारे में पुख्ता सूचना मिलने के बाद विशेष बलों सहित सैनिकों को इलाके में तैनात किया गया था। जिसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो अधिकारियों सहित सेना के चार जवान बलिदान हो गए। बलिदान होने वालों में कर्नाटक निवासी 63 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन एमवी प्रांजल, उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी स्पेशल फोर्स के कैप्टन शुभम, जम्मू-कश्मीर के पुंछ निवासी स्पेशल फोर्स के हवलदार अब्दुल माजिद और उत्तराखंड के नैनीताल के लांस नायक संजय बिस्ट तथा गुरुवार को बलिदान हुआ एक अन्य जवान शामिल है। इस दौरान 16 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के रोमियो फोर्स कमांडर ऑपरेशन की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 17 नवंबर को बुद्धल इलाके के बेहरोटे में हुई एक मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था। इससे पहले 20 अप्रैल और 05 मई को पुंछ के मेंढर इलाके और राजौरी के कांडी जंगल में घात लगाकर किए गए हमलों में 10 सैनिकों की जान चली गई थी।