Friday, November 22"खबर जो असर करे"

अयोध्या में श्रीराम के राज्याभिषेक शोभा यात्रा में दिखी त्रेता युग की झलक

अयोध्या। अयोध्या स्थित साकेत महाविद्यालय परिसर से शनिवार सुबह भगवान श्रीराम की राज्याभिषेक शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान अयोध्या राममय हो उठी। श्रीराम के स्वागत में संस्कृतियों का सागर उमड़ पड़ा। उनकी एक झलक पाने के लिए अयोध्यावासी सड़कों पर उमड़ आए। शोभा यात्रा को देखकर लगा कि रामनगरी अयोध्या में त्रेतायुग उतर आया है और भगवान श्रीराम, भ्राता लक्ष्मण और मां जानकी के साथ अपनी जन्मभूमि की सड़कों पर साक्षात संचरण करने निकले हैं।

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृत मंत्री जयवीर सिंह ने तिरंगा झंडा दिखाकर शोभा यात्रा को रवाना किया। जयवीर सिंह शनिवार सुबह ही अयोध्या पहुंच गए थे। यहां सांसद लल्लू सिंह, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता की मौजूदगी में शंखनाद की ध्वनि के बीच जय श्रीराम का उद्घोष शुरू हुआ। फिर, समूची अयोध्या राममय हो गई। ऐसा लगा जैसे, समूची अयोध्या त्रेता युग के श्रीराम का स्वागत करने के लिए उमड़ पड़ी है। हर घर के बाहर लोग इंतजार कर रहे थे कि प्रभु राम की लीला को दर्शाती झांकियां उनके दरवाजे के सामने से कब गुजरेंगी।

चलत विमान कोलाहल होई, जय रघुवीर कहै सब कोई और बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आए हैं; कुछ ऐसा ही दृश्य अयोध्या की सड़कों पर घंटों जीवंत होता रहा। जैसे ही जय श्रीराम के शंखनाद के साथ शोभायात्रा सड़कों पर आगे बढ़ रही थी, अयोध्यावासी इनके दर्शन के लिए उत्कंठित नजर आए।

शोभा यात्रा में राजस्थान के कोटा से आए कलाकारों का खास भांगड़ा नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। टीम में शामिल रूपसिंह कहते हैं कि इस महोत्सव में शामिल होने के लिए उनके साथियों ने कई महीने मेहनत की। हनुमान की भूमिका में अयोध्या के सौरभ दास थे। हनुमान जयंती का भी पर्व होने की वजह से उन्हें बधाइयां भी मिल रही थीं। मथुरा के कलाकार राजेश प्रसाद शर्मा ने कहा कि आज उनका जीवन धन्य हो गया। राजस्थान की काजल मंत्रमुग्ध होकर नृत्य कर रही थीं। बांदा के कलाकारों ने पाई डंडा लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। टीम की अगवाई रमेश पाल ने की। लय ताल के साथ में नृत्य करके प्रभु राम की स्तुति में सभी कलाकार मग्न दिखे।

यात्रा में सांस्कृतिक सद्भाव की झलक भी देखने को मिली। छत्तीसगढ़ के मुस्लिम कलाकारों ने गेंड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी। टीम का नेतृत्व कर रहे जेन्यू सलाम ने कहा कि हम कलाकार हैं। हमारा धर्म है बेहतर प्रस्तुति देना। अयोध्या में आकर अच्छा महसूस हो रहा है। जम्मू के कलाकार मनदीप के नेतृत्व में रूफ नृत्य की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। हिमाचल प्रदेश का सिरमौर नाटी नृत्य और मणिपुर का बसंत रास नृत्य भी लोगों को आकर्षित कर रहा था। यात्रा में राम कथा व सामाजिक संदेशों पर आधारित 18 झांकियां प्रस्तुत की गईं। यात्रा के दौरान अचानक बारिश भी शुरू हो गई। बारिश में भीगते हुए लोक कलाकार प्रस्तुतियां देते रहे। छतों से पुष्प वर्षा भी होती रही और निरंतर जय श्रीराम का उद्घोष भी गूंज रहा था। (हि.स.)