काठमांडू। नेपाल-भारत के सुरक्षा अधिकारियों के बीच नई दिल्ली में सोमवार को शुरू हुई दो दिवसीय सीमा सुरक्षा समन्वय बैठक मंगलवार शाम खत्म होगी। इस बैठक में भारत की तरफ से सीमा हैदर का उदाहरण देते हुए नेपाल के रास्ते किसी तीसरे देश के व्यक्ति के भारत में प्रवेश का मुद्दा उठाया गया।
भारतीय सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के तत्वावधान में हो रही इस बैठक में नेपाल का प्रतिनिधित्व सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के महानिरीक्षक राजू अर्याल कर रहे हैं। जबकि भारत की तरफ से एसएसबी महानिदेशक रश्मि शुक्ला नेतृत्व कर रही हैं। दो दिनों की इस सुरक्षा समन्वय बैठक में सीमा सुरक्षा के दौरान आने वाली चुनौतियां और उसके समाधान के लिए अनुभवों के आदान-प्रदान की जानकारी एपीएफ के आईजीपी राजू अर्याल ने दी। उन्होंने कहा है कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सीमा सुरक्षा से जुड़े विभिन्न आयामों पर चर्चा करना है।
आईजीपी अर्याल का कहना है कि खुली सीमा होने के कारण आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर अपराधियों के सीमा पार करना सबसे बडी चुनौती है। इसके साथ ही ड्रग्स कारोबार से लेकर अवैध सामान लाने को लेकर दोनों सुरक्षा निकाय के बीच कैसे समन्वय किया जाए, इस पर चर्चा हो रही है।
एसएसबी की तरफ से नेपाल के रास्ते तीसरे देश के व्यक्ति के भारत में प्रवेश के मुद्दे को उठाया गया। पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के नेपाल के रास्ते भारत में आसानी से प्रवेश का उदाहरण देते हुए एसएसबी ने इस ओर विशेष निगरानी रखने पर बल दिया है। बैठक में सहभागी एसएसबी के अधिकारियों ने सीमा सुरक्षा के दौरान रोज नई प्रकार की चुनौतियों का सामना और उससे निबटने के लिए नियमित समन्वय करने पर जोर दिया है।
नेपाल के तरफ से भी एपीएफ के आईजीपी राजू अर्याल ने कहा कि रियल टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग को लेकर लगभग सहमति बन चुकी है। मंगलवार शाम तक चलने वाली बैठक के बाद दोनों तरफ से संयुक्त बयान जारी कर बैठक में हुए फैसलों की आधिकारिक जानकारी दी जाएगी।