भोपाल : नवरात्रि भक्ति, नृत्य और चमचमाते रंगों का त्योहार है। इसे भारतीय कैलेंडर के सबसे पवित्र दिनों मंह से एक माना जाता है। भारत में यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आस्था, एकजुटता और परंपरा का उत्सव है। नौ दिनों तक चलने वाला यह त्योहार अलग-अलग नृत्यों, रंग-बिरंगे कपड़ों और देवी दुर्गा की सामुदायिक भक्ति के साथ मनाया जाता है। आनंद से भरे इस उत्सव के बीच उपवास रखने की एक अलग परंपरा होती है।
नवरात्रि उत्सव के दौरान कुछ लोग उपवास करते हैं, वहीं कुछ लोग सात्विक/शुद्ध शाकाहारी भोजन करते हैं। इस तरह डाइट पर कंट्रोल करने के दौरान, बादाम ना केवल स्वादिष्ट सम्मिश्रण है, बल्कि पोषक तत्वों का पावरहाउस भी है। बादाम की सबसे बड़ी खूबी है, इसका संतुष्टि देने का गुण। इस वजह से जो भी इसे खाता है उसे पेट भरे होने और तृप्ति का एहसास होता है।
भले ही बादाम देखने में छोटे हों, लेकिन पोषण के लिहाज से इसमें काफी कुछ है। विटामिन ई, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन , राइबोफ्लेविन, मैगनीज और फोलेट जैसे 15 पोषक तत्वों के साथ, बादाम सिर्फ पेट भरने का एहसास नहीं कराता। काफी सारे वैज्ञानिक अध्ययन, नियमित रूप से बादाम खाने के कई सारे फायदों पर रोशनी डालते हैं। हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने और डायबिटीज नियंत्रण में मदद करने से लेकर त्वचा की सेहत को बेहतर बनाने और वजन को नियंत्रित करने में मदद करने तक, बादाम ने समय-समय पर अपनी ताकत साबित की है।
नवरात्रि में उपवास के दौरान हेल्दी स्नैनिंग के महत्व पर जोर देते हुए, बॉलीवुड सेलिब्रिटी और अभिनेत्री, सोहा अली खान कहती हैं, “नवरात्रि के पावन मौके पर उपवास के दौरान, सोच-समझकर स्नैनिंग के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता। जब खाने के बीच में लंबा अंतर हो तो आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए स्मार्ट स्नैनिंग काफी काम की चीज होती है। जैसे मैं सोच-समझकर स्नैकिंग करती हूं, ऐसे में बादाम भोजन में स्वाद और पोषण लेकर आता है। अपने खाने में बादाम को शामिल करना ऐसा है जैसे हर कौर में दुलार और सेहत का स्पर्श शामिल कर रहे हों। यह मुझे याद दिलाता है कि मैं उस पल का आनंद ले रही हूं और अपने शरीर तथा आत्मा को पोषण दे रही हूं।”
शीला कृष्णास्वामी, न्यूट्रिशन एवं वेलनेस कंसल्टेंट का कहना है, “नवरात्रि का त्योहार संतुलित आहार को बढ़ावा देता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा तला-भुना या शक्कर वाली चीजें खाने से बचना भी है जरूरी है। इस दौरान अक्सर ऐसा हो जाता है। सेहतमंद विकल्प जैसे उबले शकरकंद, भाप में पके हुए स्प्राउट्स, फल तथा नट्स चुनें। नवरात्रि के अपने आहार में बादाम को शामिल करने से ना केवल एक स्वादिष्ट क्रंच, बल्कि जरूरी पोषण भी मिलता है। यह हमें याद दिलाता है कि इस पवित्र समय में भी अपने शरीर को पोषण देना कितना जरूरी है। इसके अलावा, अध्ययनों में यह बात सामने आई कि बादाम डायबिटीज नियंत्रण, वजन संतुलित रखने और हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है। शोध के परिणाम संकेत देते हैं कि अपने संतुलित आहार में बादाम को शामिल करने से टोटल तथा एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है, साथ ही साथ इनफ्लेमेशन कम हो सकती है। वरना, यह हार्ट हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।“
बादाम की विविधता के बारे में आगे जानकारी देते हुए, रितिका समद्दर, रीजनल हेड- डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर- दिल्ली का कहना है, “त्योहारों के दौरान हेल्दी खाना, यह सुनिश्चित करता है कि आपको जरूरी पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा मिल सके। जिसमें विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और प्रोटीन शामिल हैं, ये सभी चीजें शारीरिक क्रियाओं और सेहत के लिए बेहद जरूरी हैं। हाइड्रेट रहना और उपवास के नियमों के अनुसार संतुलित आहार लेना, इस दौरान अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी हैं। प्रोटीन, हेल्दी फैट्स , फाइबर, विटामिन तथा मिनरल्स के प्रभावी मेल के साथ, बादाम स्नैनिंग का एक पूरा अनुभव देता है, जिसमें स्वाद और पोषण दोनों ही मिल जाते हैं। बादाम बड़े ही विविधताभरे होते हैं और त्योहार के दौरान परिवार तथा दोस्तों के साथ कई तरीकों से रेसिपीज में इसका आनंद लिया जा सकता है। इन्हें आप कच्चा खा सकते हैं, रोस्टेड और हल्के नमक के साथ ले सकते हैं या फिर काफी सारी रेसिपीज में आमंड फ्लोर या आमंड बटर का इस्तेमाल किया जा सकता है।”
डॉ. रोहिणी पाटिल, एमबीबीएस एवं न्यूट्रिशनिस्ट, कहती हैं, “अन्य त्योहारों की तरह ही मिठाइयां तथा स्रनैक्स तो नवरात्रि का अहम हिस्सा होते हैं। हममें से काफी सारे लोगों को अनहेल्दी चीजें खाने की इच्छा होती है और हम उन्हें खाते हैं। इस लालसा को नियंत्रित करने का सबसे सही तरीका है सूखे फलों या बादाम जैसे नट्स का विकल्प चुनना, ये स्नैक के बेहतरीन विकल्प होते हैं। त्योहार के दौरान अत्यधिक प्रोसेस किए गए स्नैक की जगह ड्राई, रोस्ट किए गए या हल्के नमक वाले वेरिएशन चुनने से ना केवल आपको बेहतर स्वाद मिलेगा, बल्कि आपकी सेहत को भी फायदा होगा। ये नन्हे चमत्कार, जरूरी पोषण का भंडा होते हैं, जिससे आपकी पूरी सेहत को फायदा पहुंचता है।“
त्योहारों के दौरान ऊर्जा के अपने स्तर को बनाए रखने के बारे, फिटनेस एक्सपर्ट एवं सेलिब्रेटी मास्टर इंस्ट्रक्टर, यास्मिन कराचीवाला का कहना है, “बाकी अन्य त्योहारों की तरह ही नवरात्रि के दौरान मिठाइयों और स्नैक्स का खास महत्व होता है। हममें से अधिकांश के लिए यह आम बात होती है कि हमें कम हेल्दी विकल्प ज्यादा पसंद आते हैं और हम उन्हें बड़ी ही रूचि से खाते हैं। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका है, ड्राई फ्रूट्स या बादाम जैसे नट्स की तरफ रुख कर लें। त्योहारों के दौरान डाई, रोस्ट किए गए या हल्के नमकीन बादाम के वैरिएशन ना केवल हमें स्वाद का आनंद देते हैं, बल्कि हमारी सेहत को भी बेहतर बनाते हैं। ये छोटे-छोटे चमत्कार, जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जोकि हमारी संपूर्ण सेहत को बेहतर बनाते हैं।“
डॉ.मधुमिता कृष्णा, आयुर्वेद विशेषज्ञ का कहना है, “अच्छी सेहत बनाए रखना और हमेशा ही सोच-समझकर खाने का अभ्यास करना, त्योहार मनाने के सबसे अच्छे तरीके हैं। खासकर, नवरात्रि के दौरान, क्योंकि इसमें उपवास करना होता है, जिसमें अनाज, दालें और मांसाहार खाने की मनाही होती है। कुछ लोग इस त्योहार के दौरान काफी सख्त आहार नियमों का पालन करते हैं और सिर्फ सात्विक भोजन ही करते हैं। सात्विक भोजन में ताजे फल,सब्जियां, स्प्राउट्स, नट्स, अनाज, दालें, फलियां और डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल होते हैं। इन खाद्य पदार्थों से लंबे समय तक ऊर्जा बनी रहती है, ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है और थकान कम होती है। बादाम से सेहत को मिलने वाले काफी सारे फायदों और आयुर्वेद के सिद्धांतों के अनुसार शुद्धता की वजह से ये सात्विक भोजन का बहुमूल्य हिस्सा माने जाते हैं। पानी में भिगोए हुए या कच्चे बादाम खाने से सेहत को काफी लाभ मिलता है। दुनियाभर के अलग-अलग अध्ययनों में यह पाया गया है कि बादाम, पेट तथा हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं, वजन को नियंत्रित करते हैं और डायबिटीज को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही बादाम को त्वचा की सेहत को बेहतर बनाने के लिए भी जाना जाता है, जिससे त्वचा चमकदार होती और त्योहार में चार-चांद लग जाते हैं।“