नई दिल्ली (New Delhi)। दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने विश्व कप (ODI World Cup) के चौथे मैच में शनिवार को यहां अरुण जेटली स्टेडियम में श्रीलंका (Sri Lanka) को 102 रन (Beat 102 runs) से हराया। इसे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए क्विंटन डी कॉक (100), राशी वेन डर डुसेन (108) और एडन मार्करम (106) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 428 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका की टीम 44.5 ओवर में 326 रनों पर ऑल आउट हो गई। इस मैच में 74 चौके और 31 छक्के लगे।
429 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में 1 रन के कुल स्कोर पर पाथुम निशांका को मार्को जेनसेन ने बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को पहली सफलता दिलाई। पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद कुसल मेंडिस ने मोर्चा संभाला और विकेट के चारों तरफ शॉट लगाए, उन्होंने केवल 25 गेंदों पर 6 छक्के और 3 चौके की बदौलत अपना अर्धशतक पूरा किया, हालांकि दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। 8वें ओवर में 67 के कुल स्कोर पर कुसल परेरा को मार्को जेनसेन ने बोल्ड कर मैच का अपना दूसरा विकेट लिया।
13वें ओवर में कागिसो रबाडा ने श्रीलंका को बड़ा झटका दिया। रबाडा ने 109 के कुल स्कोर पर कुसल मेंडिस को क्लासेन के हाथों कैच कराकर श्रीलंका को तीसरा झटका दिया। मेंडिस ने 42 गेंदों में 4 चौके और 8 छक्के की बदौलत 76 रनों की शानदार पारी खेली। 14वें ओवर में 111 के कुल स्कोर पर गेराल्ड कोएट्जी ने सदीरा समरविक्रमा को आउट कर श्रीलंका को चौथा झटका दिया।
इसके बाद धनंजय डीसिल्वा और चारिथ असालंका ने पांचवें विकेट के लिए 41 गेंदों पर 39 रन की साझेदारी कर श्रीलंका को 150 रनों के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर केशव महाराज ने डीसिल्वा को आउट कर श्रीलंका को पांचवां झटका दिया। डीसिल्वा ने 14 गेंदो पर 11 रन बनाए।
डीसिल्वा के आउट होने के बाद असालंका और दासुन शनाका ने छठे विकेट के लिए 72 गेंदों पर 82 रनों की साझेदारी की। इस दौरान असालंका ने काफी अच्छी और तेज बल्लेबाजी की, वह तेजी से अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे, तभी 32वें ओवर में 232 रनों के कुल स्कोर पर लुंगी एन्गिडी की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी रीजा हैंड्रिक्स ने उनका बेहतरीन कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन भेजा। असालंका ने 65 गेंदों पर 8 चौके और 4 छक्के की बदौलत 79 रन बनाए। अगली ही ओवर में कोएट्जी ने दुनिथ वेल्लालागे को विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन के हाथों कैच कराकर श्रीलंका को सातवां झटका दिया। वेल्लालागे खाता भी नहीं खोल सके।
एक तरफ से गिरते विकेटों के बीच कप्तान शनाका ने पहले धैर्य से बल्लेबाजी की और फिर अपना गियर बदला। उन्होंने कोएट्जी के सातवें और पारी के 37वें ओवर में 23 रन जोड़े और अपना अर्धशतक पूरा किया। शनाका ने इस ओवर में एक छक्का और चार चौके लगाए।
शनाका ने 40वें ओवर में केशव महाराज को निशाना बनाया और पांच वाइड सहित 15 रन जोड़े, लेकिन अंत में जीत महाराज की हुई। उन्होंने शनाका को बोल्ड कर श्रीलंका को आठवां झटका दिया। शनाका ने 62 गेंदों पर 6 चौके और तीन छक्के की बदौलत 68 रन बनाए। शनाका ने आउट होने से पहले आठवें विकेट के लिए कासुन राजिथा के साथ 58 रनों की साझेदारी की। शनाका का विकेट 291 रनों के कुल स्कोर पर गिरा।
शनाका के आउट होने के बाद राजिथा ने अपने हाथ खोलने शुरु किये और कुछ बेहतरीन शॉट खेले। खासकर मैच के 43वें ओवर में उन्होंने मार्को जेनसेन के खिलाफ 1 छक्का और एक चौका लगाया। हालांकि उनकी यह पारी ज्यादा देर तक नहीं चली और 44वें ओवर में गेराल्ड कोएट्जी की गेंद पर वह एडन मार्करम को कैच देकर चलते बने। राजिथा ने 31 गेंदों पर 4 चौके और 1 छक्के की बदौलत 33 रन बनाए। 45वें ओवर में 326 के कुल स्कोर पर रबाडा ने मथीसा पथिराना को बोल्ड कर श्रीलंकाई टीम की पारी का अंत किया। पथिराना ने 5 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से गेराल्ड कोएट्जी ने 3, मार्को जेनसेन, कागिसो रबाडा, केशव महाराज ने 2-2 व लुंगी एन्गिडी ने 1 विकेट लिया।
इससे पहले क्विंटन डी कॉक (100), राशी वेन डर डुसेन (108) और एडन मार्करम (106) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 428 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी। दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाया, इसके पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था, ऑस्ट्रेलिया ने 4 मार्च 2015 में अफगानिस्तान के खिलाफ 417 रनों का रिकॉर्ड स्कोर खड़ा किया था।
इसके अलावा दक्षिण अफ्रीकी टीम ने यहां अरुण जेटली स्टेडियम में भी एकदिवसीय क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। इससे पहले इस स्टेडियम में सर्वाधिक कुल स्कोर बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम था। वेस्टइंडीज ने फरवरी 2011 में नीदरलैंड्स के खिलाफ 8 विकेट खोकर 330 रन का स्कोर खड़ा किया था। वहीं, एडन मार्करम ने 49 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो विश्व कप का सबसे तेज शतक है।
इस मैच में श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में कप्तान तेम्बा बावुमा 8 रन बनाकर दिलशान मधुशंका की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होकर पवेलियन लौट गए।
बावुमा के आउट होने के बाद क्विंटन डी कॉक और राशी वेन डर डुसेन ने श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली और मैदान के चारों ओर शॉट मारे। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी। इस दौरान डी कॉक ने अपना शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के बाद डी कॉक मथीसा पथिराना की गेंद पर धनंजय डीसिल्वा को कैच देकर पवेलियन लौट गए। डी कॉक ने 84 गेंदों पर 12 चौके और 3 छक्के की बदौलत 100 रन बनाए।
इसके बाद डुसेन ने भी अपना शतक पूरा किया, उन्होंने एडन मार्करम के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 50 रन जोड़े। 38वें ओवर में 264 के कुल स्कोर पर दुनिथ वेल्लालागे ने डुसेन को आउट कर उनकी शानदार पारी का अंत किया। डुसेन ने 110 गेंदों पर 13 चौके और 2 छक्के की बदौलत 108 रन बनाए।
डुसेन के आउट होने के बाद एडन मार्करम और हेनरिक क्लासेन ने तेजी से रन बनाना शुरु किया व चौथे विकेट के लिए तेजी से 78 रन जोडे। 44वें ओवर में 342 रनों के कुल स्कोर पर कासुन राजिथा ने क्लासेन को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। क्लासेन ने 20 गेंदों में 3 छक्के और 1 चौके की बदौलत 32 रन बनाए।
इस दौरान एडन मार्करम ने 49 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो विश्व कप का सबसे तेज शतक है। 48वें ओवर में 383 रनों के कुल स्कोर पर मधुशंका ने मार्करम की शानदार पारी का अंत किया। मार्करम ने 54 गेंदों में 14 चौकों और 3 छक्के की बदौलत 106 रनों की उम्दा पारी खेली।
डेविड मिलर 21 गेंदों पर 3 चौके और 2 छक्के की बदौलत 39 और मार्को जेनसेन ने 7 गेंदों पर 1 छक्के की बदौलत 12 रन बनाकर नाबाद रहे। दक्षिण अफ्रीका ने 50 ओवर में 5 विकेट पर 428 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
श्रीलंका की ओर से दिलशान मधुशंका ने 2, कासुन राजिथा, मथिसा पथिराना और दुनिथ वेल्लालागे ने 1-1 विकेट लिया।