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एशियन गेम्स: भाला फेंक में नीरज चोपड़ा को मिला स्वर्ण, किशोर जेना ने रजत पदक जीता

हांगझू (Hangzhou)। चीन में खेले जा रहे 19वें एशियाई खेलों में भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत को दो पदक मिले हैं। प्रतियोगिता में भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। वहीं भारत के ही किशोर जेना ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने दूसरे नंबर पर रहते हुए रजत पदक अपने नाम किया है।

नीरज चोपड़ा ने 88.88 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक पर जीता। वहीं, किशोर जेना ने 87.54 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया। नीरज चोपड़ा ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था। जापान के गेंकी डीन 82.68 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे और कांस्य पदक जीता।

नीरज चोपड़ा का पहला थ्रो 82.38 मीटर का रहा। दूसरी बार में 84.49 मीटर की दूरी तक थ्रो किया। नीरज का तीसरा थ्रो फाउल रहा। इसके बाद चौथे प्रयास में उन्होंने 88.88 मीटर का थ्रो किया। पांचवें में 80.80 मीटर की दूरी तक थ्रो किया। नीरज का छठा थ्रो फाउल रहा। इस तरह 88.88 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया।

वहीं भारत के ही किशोर जेना का बेस्ट थ्रो चौथे प्रयास में आया। उन्होंने पहला थ्रो 81.26 मीटर का किया था। जेना का दूसरा थ्रो 79.76 मीटर का रहा। किशोर जेना का तीसरा थ्रो 86.77 मीटर का रहा। जेना का चौथा थ्रो 87.54 मीटर का रहा। किशोर जेना का पांचवां और छठा थ्रो फाउल रहा। इस तरह वह 86.77 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे और रजत पदक अपने नाम किया।

ग्रीको-रोमन 87 किग्रा में सुनील कुमार ने 13 साल बाद भारत के लिए जीता पदक
भारतीय पहलवान सुनील कुमार ने बुधवार को किर्गिस्तान के अताबेक अजीसबेकोव हराकर एशियाई खेलों में लगभग 13 वर्षों बाद पुरुषों के ग्रीको-रोमन के 87 किग्रा वर्ग में भारत के लिए पहला पदक जीता। सुनील ने कांस्य पदक अपने नाम किया।

अटाबेक ने पहले राउंड में बढ़त ले ली, सुनील को उल्टी स्थिति से बचाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद सुनील ने गेम बराबर कर दिया और स्कोर एक-एक कर दिया।

अताबेक ने सुनील को सीमा से बाहर धकेलकर क्षण भर के लिए दो अंक हासिल कर 3-1 की बढ़त बना ली। भारतीय ने फैसले को चुनौती दी और इसे पलटवाकर स्कोरलाइन को 1-1 पर वापस ला दिया।

सुनील मानदंड पर आगे थे और मैच के अंतिम क्षणों में उन्हें निर्णायक अंक मिला। सुनील ने इस वर्ग में कांस्य पदक जीता।

इससे पहले दिन में, सुनील को विक्ट्री बाई पॉइंट्स के माध्यम से ईरान के नासेर अलीज़ादेह से 5-1 से हार का सामना करना पड़ा था।

बता दें कि भारत ने अब तक इन खेलों में कुल 81 पदक जीत लिए हैं, जिनमें 18 स्वर्ण. 31 रजत और 32 कांस्य पदक है।