हरिद्वार! आज पूरी दुनिया की निगाहें आज भारत की ओर है। क्योंकि आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही इतिहास रचने के लिए तैयार है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। वैज्ञानिकों के इस मेहनत को सफल करने के लिए देशभर के गायत्री परिजन अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन में प्रातः 5 बजे से सायं 6:30 तक के गायत्री महामंत्र का अखण्ड जप कर रहे हैं।
इस हेतु गायत्री तीर्थ शांतिकुंज, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय सहित देश भर के पांच हजार से अधिक प्रज्ञा संस्थानों में आयोजित सामूहिक गायत्री साधना में लाखों कार्यकर्त्ता भाई-बहिन जुटे हैं। देसंविवि के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या व संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने बताया कि गायत्री मंत्र, सनातन धर्म में सबसे शक्तिशाली मंत्र है। गायत्री मंत्र की अध्यात्मिक साधना से अनेक असंभव सा लगने वाला कार्य संभव हो जाता है। देश भर के गायत्री परिजन चन्द्रयान-3 के सफल लैंडिंग हेतु आज सामूहिक गायत्री साधना में जुटे