नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को भारत (India) में निवेश अवसरों (investment opportunities) का लाभ उठाने के लिए जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग बैंक (जेबीआईसी) (Japan Bank for International Cooperation – JBIC) को राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) और एक्जिम बैंक जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ सक्रिय साझेदारी के लिए आमंत्रित किया।
वित्त मंत्रालय ने एक्स पोस्ट पर ट्विट कर बताया कि निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में जेबीआईसी के गवर्नर हयाशी नोबिमित्शु के साथ एक बैठक के दौरान भारत में निवेश बढ़ाने पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने अगले पांच साल में भारत में जापान के निवेश को बढ़ाकर पांच ट्रिलियन येन करने से संबंधित बिंदुओं पर भी बातचीत की।
बैठक में वित्त मंत्री ने कहा कि भारत को जेबीआईसी निवेश के सर्वाधिक आकर्षक गंतव्यों में से एक मानता है। उन्होंने एक्जिम बैंक, एनआईआईएफ जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ संबंध बढ़ाने और बैंकों को कर्ज देने के लिए जेबीआईसी को प्रोत्साहित किया। सीतारमण ने पीएम-गतिशक्ति जैसे कई सरकारी अभियानों से भी नोबिमित्शु को अवगत कराया। उन्होंने जेबीआईसी से भारत में समुद्री खाद्य उत्पादों के प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक, परिवहन के साथ कृत्रिम मेधा और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश करने का अनुरोध भी किया।
इस दौरान जेबीआईसी गवर्नर ने कहा कि जेबीआईसी को भी भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय रूप से लाभदायक संपर्क के लिए अधिक अवसरों की तलाश है। इसके साथ ही उन्होंने पीएलआई योजनाओं और राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन एनआईपी जैसे विभिन्न उपकरणों के माध्यम से निवेश की सुविधा प्रदान करने की दिशा में भारत सरकार की पहल की सराहना की।