कोलंबो। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों श्रीलंका यात्रा पर पहुंचे हैं। यह किसी फ्रांसीसी राष्ट्रपति की पहली श्रीलंका यात्रा है। मैक्रों ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ चर्चा में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि पर जोर दिया।
श्रीलंका और फ्रांस के बीच राजनयिक संबंधओं की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर श्रीलंका आए पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति के साथ सवा घंटे द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान फ्रांस ने ऋण पुनर्गठन प्रक्रिया में अपनी सहायता का वादा किया, जिसका उद्देश्य देश के लिए सकारात्मक परिणाम लाना है। वार्ता में फ्रांस-श्रीलंका सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर चर्चा हुई और दोनों देश अपने संबंधों को और मजबूत करने पर सहमत हुए।
मैक्रों ने कहा कि श्रीलंका और फ्रांस खुले, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के एक ही लक्ष्य को साझा करते हैं। मैक्रों ने बैठक के बाद ट्विटर पर पोस्ट कर लिखा कि हिंद महासागर के दो देश श्रीलंका और फ्रांस खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत का लक्ष्य साझा करते हैं। उन्होंने कोलंबो में आपसी बातचीत में इस लक्ष्य की पुष्टि का दावा करते हुए लिखा कि 75 वर्षों के राजनयिक संबंधों को मजबूत कर दोनों देश अपनी साझेदारी के एक नए युग की शुरुआत कर सकते हैं।