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मानसून के दौरान डायबिटीज को नियंत्रित रखने के उपाय : डॉ. संजीव गुलाटी

भोपाल : ढेर सारी चाय पीना पानी से भरे गड्ढों में नाचना कागज की नाव बनाना गर्मा-गर्म पकौड़ों और संगीत का आनंद लेते हुए खिड़की से बाहर के नजारों का लुत्फ  उठाना ये बातें मानसून के साथ शुरू होती हैं और यह मौसम हमेशा से हम सभी को आकर्षित करता आया है इस मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपनी नियमित जाँच को टालना नहीं चाहिए क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है इसके अलावा अपने ब्लड शुगर लेवल पर नजर बनाये रखने की कोशिश जरूर करनी चाहिये यह कंटिन्यूअस ग्लूकोज मॉनिटरिंग उपकरणों जैसे टूल्स के इस्तेमाल द्वारा आसानी से किया जा सकता है जिनमें ग्लूकोज लेवल की जानकारी पाने के लिये उंगली पर प्रिक नहीं करना पड़ता है ऐसे उपकरणों में टाइम इन रेंज जैसे मैट्रिक्स होते हैं जो दिन के उस वक्त का संकेत देते हैं जब आपका ग्लूकोज लेवल एक विशेष सीमा में रहता है अपनी रीडिंग पर अक्सर नजर रखना अक्सर सबसे सही इस रेंज वाले ज्यादा समय के साथ जोड़कर भी देखा जाता है। यह रेंज आपके ग्लूकोज पर नियंत्रण को बेहतर बना सकती है
डायबिसिटी सेंटर भोपाल  के डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. संजीव गुलाटी ने कहा डायबिटीज के मरीजों के लिये मानसून की शुरूआत कई तरह के संक्रमणों के आगमन का संकेत होती है जैसे कि इस मौसम में फ्लू और जल-जनित रोग होते हैं यह रोग इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं और स्वास्थ्य की अन्य परेशानियां पैदा कर सकते हैं और इस तरह यह समय विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण बन जाता है ऐसे वक्त  में डायबिटीज के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी रखनी चाहिए और रोकथाम के कदम उठाने चाहिए ताकि स्वास्थ्य  की चिंताओं और ग्लूकोज के उतार-चढ़ाव से बचकर स्वस्थ रहा जा सके इस प्रकार बारिश के मौसम में निगरानी बेहद महत्वपूर्ण होती है और इसमें सहयोग के लिये कंटीन्यूअस ग्लूकोज मॉनिटरिंग जैसे समाधान मौजूद हैं
इस साल अपने डायबिटीज पर काबू रखते हुए मानसून के मौसम का मजा लेने के कुछ तरीके नीचे दिये जा रहे हैंः ब्लड शुगर लेवल्स की नियमित निगरानीरू इस मौसम में आप अपनी रोजाना की कसरत या आहार का रूटीन बदल सकते हैं, इसलिये ग्लूकोज लेवल को बार-बार देखते रहना जरूरी है। अच्छी बात यह है कि इसके लिए कई तरीके हैं। उदाहरण के लिये, फ्रीस्टाइल लिबरे जैसे पहनने के योग्य सीजीएम उपकरण आपको ग्लूकोज रीडिंग्स तक असल वक्त में पहुँचा सकते हैं। आपको हर दिन 24 में से लगभग 17 घंटे ग्लूकोज की सही रेंज में रहने की कोशिश करनी चाहिये। इस तरह से आप बारिश या धूप में अपने डायबिटीज पर काबू रख सकते हैं।
अपने आहार में इम्युनिटी को बढ़ाने वाली चीजें शामिल कीजियेः डायबिटीज से आपकी इम्यूनिटी पर असर हो सकता है आपको लोकल स्‍ट्रीटफूड वाले के यहां खाने का लालच हो सकता है लेकिन डायबिटीज के मरीजों को बाहर खाने से बचना चाहिए ताकि जल-जनित रोगों से बचा जा सके इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले और एंटीऑक्सीडेंट से प्रचुर खाद्यों से भरपूर घर का बना खाना ही लें और कच्ची चीजों से दूर रहें। इस मौसम में संक्रमण या बीमारी के संपर्क में आने का जोखिम इस प्रकार कम किया जा सकता है इसके अलावा पत्तेेदार सब्जियों को अच्छी  तरह धोयें, क्योंकि उनमें कीड़े या बैक्टीारिया हो सकते हैं।
अपने पैरों को सूखा रखेंः डायबिटीज के मरीजों को इस मौसम में अपने पैरों का अतिरिक्त ध्यान रखना चाहिये। इसमें बारिश से भीगने के बाद पैरों को धोना और संक्रमणों से बचना शामिल है। आपको मोजों की एक अतिरिक्त जोड़ी भी रखनी चाहिये, क्योंकि पैर गीले होना संभावना से अधिक एक मौका है। आरामदायक जूते पहनें, जो सूखे और साफ हों, ताकि फंगल इंफेक्शन से बचा जा सके।