नई दिल्ली (New Delhi)। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (Employees’ Provident Fund Organization (EPFO)) से इस वर्ष मई महीने में 16.30 लाख सदस्य (16.30 lakh members) जुड़े हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
श्रम मंत्रालय की ओर गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में बताया गया कि इस साल मई में 16.30 लाख सदस्य जुड़े हैं। आंकड़ों के मुताबिक मई महीने में 3,673 प्रतिष्ठानों ने अपने कर्मचारियों को ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा दायरे में शामिल किया है। मंत्रालय के मुताबिक मई में ईपीएफओ से करीब 8.83 लाख नए सदस्य जुड़े हैं, जो पिछले छह महीनों का उच्चतम स्तर है।
मंत्रालय के मुताबिक नए अंशधारकों में से 56.42 फीसदी हिस्सेदारी 18 से 25 वर्ष के उम्र समूह के कर्मचारियों की है। हालांकि, मई में करीब 11.41 लाख अंशधारक ईपीएफओ से हटे, लेकिन वे दोबारा इससे जुड़ भी गए। आंकड़ों के मुताबिक मई में पहली बार ईपीएफओ का हिस्से बनने वाले 8.83 लाख नए कर्मचारियों में से करीब 2.21 लाख संख्या महिलाओं की थी।
श्रम मंत्रालय के मुताबिक राज्यों के स्तर पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और गुजरात शुद्ध अंशधारकों के मामले में आगे रहा है। इन पांच राज्यों की महीने में शुद्ध रूप से जुड़े अंशधारकों में हिस्सेदारी 57.85 फीसदी रही। यह संगठित रोजगार में आई तेजी को दर्शाता है।