नई दिल्ली (New Delhi)। देश (country) में मौजूद कुल कोयला भंडार (Total coal reserves) 16 जुलाई को 34 फीसदी (34 percent increase) बढ़कर 10.3 करोड़ टन (10.3 million tonnes) हो गया है। वहीं, ताप विद्युत संयंत्रों (thermal power plants) के पास 3.34 करोड़ टन कोयले का भंडार था। यह एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 28 फीसदी अधिक है। कोयला मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में यह जानकारी दी है।
कोयला मंत्रालय के मुताबिक 16 जुलाई को खदानों के बाहर, परिवहन के दौरान और ताप विद्युत संयंत्रों के पास उपलब्ध कोयले की कुल मात्रा 10.3 करोड़ टन थी, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 34 फीसदी अधिक है। कोयला मंत्रालय ने कहा कि सभी केंद्रीय कोयला उत्पादक कंपनियों और राज्य कंपनियों के साथ समन्वय से काम कर रहा है, बिजली क्षेत्र के लिए कोयले की कोई भी दिक्कत नहीं है।
बयान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में 16 जुलाई तक कोयला उत्पादन बढ़कर 25.85 करोड़ टन हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 23.66 करोड़ टन था। इस दौरान बिजली संयंत्रों को 23.3 करोड़ टन कोयला भेजा गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 22.4 करोड़ टन रहा था। मंत्रालय ने कहा कि कोयला कंपनियों ने बड़ी खदानों से कोयले की सुगम निकासी के लिए सीमेंट वाली सड़कें बनाई हैं। वहीं, नौ कोयला खदानों से रेलवे गोदाम तक परिवहन अब मशीनीकृत कोयला हैंडलिंग संयंत्रों से होने लगा है।