– गृह मंत्री ने दी चुनौती-एक भी आरोप को तथ्यों के साथ साबित करे कांग्रेस
भोपाल (Bhopal)। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Dr. Narottam Mishra) ने कहा कि कांग्रेस पार्टी (congress party) अपना जनाधार खो चुकी है और लगातार 20 सालों से हाशिए पर है। ऐसे में दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) जैसे कांग्रेस के नेता चर्चा में बने रहने के लिए डर्टी पॉलिटिक्स (dirty politics) का सहारा ले रहे हैं। अपनी इसी गंदी राजनीति के लिए अब पटवारी चयन परीक्षा पर सवाल उठाकर वे प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खेल रहे हैं, उनके मनोबल को तोड़ने का काम कर रहे हैं। डॉ. मिश्रा ने कांग्रेस को अपने आरोपों को तथ्यों के साथ साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि जीतू पटवारी जैसे नेता इस मुद्दे पर कांग्रेस की डर्टी पॉलिटिक्स को ही आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
झूठ का पुलिंदा हैं कांग्रेस के आरोप
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि इस मामले में कांग्रेस जो भी आरोप लगा रही है, वो बिल्कुल निराधार हैं। कांग्रेस 1000 बच्चों के चयन की बात कह रही है, जबकि उस सेंटर से 114 के अलावा कांग्रेस 115वें चयनित छात्र का नाम भी बताए, मैं चुनौती देता हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग 25 में से 25 नंबर मिलने की बात कर रहे हैं, जबकि ऐसा कर पाना कोई हंसी-खेल नहीं है। किसी छात्र को 25 में से 25 नंबर नहीं मिले हैं अपितु मैरिट में आए अभ्यर्थियों को 13 से 22 अंक के बीच ही प्राप्त हुए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ग्वालियर के एक ही सेंटर से सात लोग मेरिट में आए, जबकि सत्य यह है कि इन सातों ने एक शिफ्ट में परीक्षा ही नहीं दी।
तथ्यों के साथ सवाल उठाए कांग्रेस, हर बात का जवाब मिलेगा
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के नेता इस मामले मे अशोकनगर के एक कोचिंग संचालक के कंधे पर बंदूक रखकर गेम खेल रहे हैं, जो स्वयं इस परीक्षा में फेल हो गया है। उस कोचिंग संचालक की अगर कॉल डिटेल निकाली जाए, तो स्पष्ट हो जाएगा कि उसने कितनी बार दिग्विजय सिंह से बात की है। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वो तथ्यों के साथ एक भी आरोप साबित करके बताए, उसे हर बात का जवाब मिलेगा। उन्होंने आरोपों पर बिन्दुवार जवाब देते हुए कहा कि जो कांग्रेस पर्चियों पर नौकरी देती थी, वह आधुनिक परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रही है। प्रदेश के नौजवानों को बदनाम करने का प्रयास वह लोग कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी 15 महीने की सरकार में 15 लोगों को भी नौकरी नहीं दी।
कांग्रेस की डर्टी पॉलिटिक्स को आगे बढ़ा रहे जीतू पटवारी
डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस में लगातार उपेक्षित महसूस कर रहे जीतू पटवारी अपनी प्रासंगिकता को बनाए रखने के लिए आए दिन मीडिया में तथ्यहीन आरोप प्रत्यारोप की राजनीति पर उतारू हैं। अपने राजनीतिक स्वार्थ की सिद्धि के लिए कांग्रेस नेता प्रदेश के नौजवानों का मनोबल तोड़ रहे हैं। परीक्षा में अनियमितता दर्शाने के लिए कांग्रेस ने जो आधार दिए हैं, वे तर्कहीन एवं हास्यास्पद हैं। हिंदी में दस्तखत करने पर कांग्रेस सवाल उठा रही है, तो वे बताएं कि क्या हिंदुस्तान में इटैलियन में हस्ताक्षर किए जाएंगे? एक ओर मध्यप्रदेश में मेडिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में हो रही है, वहीं कांग्रेस को हिंदी में हस्ताक्षर करने पर आपत्ति है।
उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी में लगातार तिरस्कृत होते हुए जीतू पटवारी एवं अन्य कांग्रेस नेताओं ने एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत मार्च-अप्रैल में हुई परीक्षा, जिसका परिणाम जून में आया, उसका विषय अचानक से विधानसभा सत्र की कार्रवाई के दौरान मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिए प्रचारित और प्रसारित किया। आज उसी झूठ को प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से स्वयं को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए पुनः प्रसारित किया है। इसी झूठ के दायरे में कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी घसीट लिया और उनसे भी झूठ का ट्वीट करा लिया। यह सब युवाओं के हित में भाजपा की शिवराज सरकार की नीतियों एवं प्रयासों की सफलता से बौखलाकर किया जा रहा है।
गृह मंत्री से मिले चयनित छात्र
पटवारी चयन परीक्षा में चयनित छात्रों ने शुक्रवार सुबह गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से उनके निवास पर भेंट की। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अपनी मेहनत से परीक्षा पास की है, जबकि कांग्रेस अपने दुष्प्रचार से हमारा मनोबल तोड रही है। इस मुलाकात के बाद गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ‘मैंने उनकी पीड़ा सुनी है। हम किसी भी नौजवान के मन में निराशा नहीं आने देंगे। चाहे वो युवा हों जो पास हुए हैं या वो भी जो पास नहीं हुए हैं, सब हमारे अपने बच्चे हैं। कुछ लोग अपने राजनीतिक और व्यावसायिक हितों के नौजवानों के मन में हीन भावना और डिप्रेशन का भाव भरना चाहते हैं, वो निंदनीय है। मेरा सभी नौजवानों से कहना है कि इनकी राजनीति का शिकार न हों। और कांग्रेस से कहना है कि अगर कोई तथ्य है तो सामने आएं और मंच लगाएं। हर सवाल का जवाब दूंगा, एक भी ऐसा सवाल नहीं होगा जिसका जवाब न दिया जाए।