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संविदा कर्मचारियों के लिए प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त: मुख्यमंत्री चौहान

– मुख्यमंत्री चौहान ने की मध्य प्रदेश के सभी संविदा कर्मचारियों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएं

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को संविदा कर्मियों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। इसमें प्रतिवर्ष सेवा के अनुबंध को समाप्त करने, नियमित कर्मचारियों की तहत अवकाश, बीमा योजना, रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी, अनुकम्पा नियुक्ति के लाभ देने और नियमित पदों पर भर्ती में 50 प्रतिशत स्थानों पर संविदा कर्मियों को आरक्षण की सुविधाएँ शामिल हैं।

मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को भोपाल के लाल परेड मैदान परिसर स्थित नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मचारियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के भव्य भवन का निर्माण हो रहा है और इसकी नींव के पत्थर संविदा कर्मचारी हैं। इन्होंने नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और कहीं-कहीं उनसे भी अधिक कार्य किया है। कोविड के दौर में संविदा कर्मचारियों ने नागरिकों की जिन्दगी बचाई, जिसे मध्य प्रदेश कभी भुला नहीं पाएगा। संविदा कर्मचारियों की क्षमताएँ, सेवाभाव और कार्यकुशलता किसी से कम नहीं है। इस नाते इनके जीवन की अनिश्चितता को समाप्त करना आवश्यक है। यदि आज मध्य प्रदेश नंबर-वन है तो इसके लिए विभागों में कार्य कर रहे संविदा कर्मचारियों ने आगे बढ़ कर कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आश्वस्त हैं कि संविदा कर्मचारी पहले से ज्यादा मेहनत और ईमानदारी से कार्य करेंगे। प्रदेश के नागरिकों की जिन्दगी बचाने, उन्हें विकास का लाभ देने, शिक्षा का प्रकाश फैलाने और जिन्दगी रोशन करने का कार्य संविदा कर्मचारियों को करना है। प्रतिवर्ष अनुबंध की व्यवस्था उचित नहीं है, इसलिए इसे समाप्त किया जा रहा है। अनेक संविदा कर्मचारियों को कार्य करते हुए 20-25 वर्ष तक हो गए हैं। इनकी जिन्दगी कठिन हो गई, रिन्यूअल का चक्कर खत्म करना आवश्यक है।

कर्मचारियों के कुशल दायित्व निर्वहन से मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट हों, लैब टेक्नीशियन हों, एएनएम हों, स्टाफ नर्स हों या विद्युत विभाग के संविदा कर्मचारी, जो मध्य प्रदेश को उजाला देने का कार्य कर रहे हैं, सभी ने अपने दायित्व को बेहतर अंजाम दिया है। प्रदेश का सम्मान बढ़ाया है। ये सभी नींव के पत्थर हैं। प्रदेश के हित में नियमित और संविदा कर्मचारियों ने कुशलता से दायित्व निर्वहन किया है। मध्य प्रदेश इसलिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की विकास दर 16 प्रतिशत है, जो राज्यों में सर्वाधिक है। प्रति व्यक्ति आय, बजट के आकार, सड़कों का जाल बिछाने, सिंचाई साधन बढ़ाने, सीएम राइज विद्यालय प्रारंभ करने जैसे सभी क्षेत्रों में मध्य प्रदेश काफी आगे है।

प्रदेश के विकास का संकल्प लिया संविदा कर्मचारियों ने
उन्होंने संविदा कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण घोषणाओं के पश्चात प्रदेश के विकास के लिए बेहतर कार्य करने का संकल्प भी दिलवाया। बड़ी संख्या में उपस्थित संविदा कर्मचारियों ने दोनों हाथ उठाकर संकल्प लिया और मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं का ताली बजाकर हर्ष ध्वनि से स्वागत किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी संबोधित किया। इस मौके पर अधिकारी-कर्मचारी विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएँ
– संविदा कर्मचारियों की सेवाओं के लिए प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त होगी।

– संविदा कर्मचारियों को समय-सीमा में नेशनल पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा।

– संविदा कर्मचारियों को वेतन/मानदेय में पूर्व में निर्धारित 90 प्रतिशत के स्थान पर शत-प्रतिशत राशि प्रदान की जाएगी।

– संविदा कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक गणना संबंधी कार्यवाही शीघ्र की जाएगी।

– संविदा कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ भी मिलेगा।

– संविदा कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी की व्यवस्था की जाएगी।

– विभागों में नियमित पदों पर भर्ती में 50% पदों पर संविदा कर्मचारियों को आरक्षण रहेगा।

– संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह अवकाश के साथ मातृत्व अवकाश भी प्रदान किया जाएगा।

– संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह आकस्मिक, अर्जित और ऐच्छिक अवकाश मिलेंगे।

– कुछ कारणों से संविदा कर्मचारियों के काटे गए वेतन की राशि वापस की जाएगी। कोई केस नहीं चलेगा।

– नियमित कर्मचारियों की तरह संविदा कर्मचारियों को अनेक लाभ मिलेंगे।