नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया के विभिन्न देशों में बच्चों के शोषण को लेकर जारी की जाने वाली सालाना वैश्विक सूची से 12 साल बाद भारत का नाम हटा दिया है। चिल्ड्रन एंड आर्म कनफ्लिक्ट रिपोर्ट में 2010 से भारत का नाम शामिल किया जा रहा था।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में हथियारबंद समूहों में नाबालिगों की भर्ती, सेना की तरफ से उनकी हिरासत सहित अन्य गतिविधियों के कारण भारत का नाम इस सूची में डाला गया था। सूची में पाकिस्तान सहित बुर्किना फासो, नाइजीरिया, फिलिपीन्स जैसे देश लंबे समय से अभी भी बने हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा है कि भारत सरकार ने बच्चों की सुरक्षा के क्षेत्र में सार्थक कदम उठाए हैं इसलिए इस रिपोर्ट से भारत का नाम हटा दिया गया है। पिछले साल अपनी रिपोर्ट में उन्होंने अपने विशेष प्रतिनिधि के साथ भारत सरकार की निरंतर भागीदारी का स्वागत किया और कहा था कि इन प्रयासों की वजह से भारत को इस सूची से हटाया जा सकता है। उन्होंने भारत से अपने विशेष प्रतिनिधि और संयुक्त राष्ट्र के परामर्श के मुताबिक शेष उपायों को लागू करने का भी आह्वान किया।