नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि भारत (India) में अगले पांच साल (next five years) में 200 से ज्यादा हवाईअड्डे (more than 200 airports), हेलीपोर्ट और वाटर एयरोड्रोम (Heliport and Water Aerodrome) होंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ 9 साल में देश में हवाईअड्डों की संख्या दोगुनी होकर 74 से 148 हो गई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट की क्षमता करीब 22 करोड़ की है। उन्होंने कहा कि नवी मुंबई और जेवर एयरपोर्ट को जोड़कर इसे अगले 8 साल में 41.5 करोड़ पर ले जाएंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कैसे देश के पूर्वोत्तर हिस्से को अब आठ और हवाईअड्डे मिल गए हैं। सिंधिया ने कहा कि इस क्षेत्र में कुछ राज्य थे, जहां हवाई अड्डे नहीं थे, लेकिन आज अरुणाचल प्रदेश में तीन नए हवाई अड्डे हैं, सिक्किम में भी अब एक हवाई अड्डा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारा एक लाख करोड़ का कैपेक्स एयरपोर्ट्स के क्षेत्र में निर्धारित है, जिसमें से 25-30 हजार करोड़ एएआई और बाकी निजी क्षेत्र के साथ मिलकर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एएआई 42 ब्राउनफील्ड और 3 ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट्स पर खर्च करेगा, जबकि निजी क्षेत्र 4 ब्राउनफील्ड और 3 ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट्स पर खर्च करेगा।