काठमांडू (Kathmandu)। नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उपाख्य प्रचंड (Prime Minister Pushpa Kamal Dahal Prachanda) ने अपनी भारत यात्रा (India trip) के एजेंडे के बारे में संसद को जानकारी दी। उन्होंने सोमवार को संसद को संबोधित करते हुए बताया कि बिजली (electricity), व्यापार (trade), हवाई मार्ग की अनुमति (air route permission) और सीमा के मुद्दों सहित एक दर्जन से अधिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
नेपाल के प्रधानमंत्री की चार दिवसीय भारत यात्रा 31 मई से 3 जून तक होनी प्रस्तावित है। वे बुधवार को दिल्ली पहुंचने वाले हैं। दिसम्बर, 2022 में नेपाल के प्रधानमंत्री बनने के बाद पुष्प कमल दाहाल उपाख्य प्रचंड ने अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा के लिए भारत का ही चुनाव किया है। भारत की यात्रा से पहले वे विचार विमर्श के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों, पूर्व विदेश सचिवों और राजनीतिक दलों के प्रमुखों से मिले। इसके बाद उन्होंने कहा कि भारत दौरे के दौरान वे बिजली, व्यापार का आधार तैयार करने पर चर्चा करेंगे। वह महाकाली संधि की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने पर भी बात करेंगे।
हालांकि महाकाली संधि पर 12 फरवरी, 1996 को हस्ताक्षर किए गए थे, लेकिन अभी तक डीपीआर नहीं बन पाया है। प्रचंड ने यह भी कहा कि उनकी यात्रा के दौरान इस पर गंभीर चर्चा होगी।
उन्होंने कहा कि भैरहवा और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के लिए नए हवाई मार्ग के लिए नेपाल के अनुरोध पर चर्चा होगी। दौरे का एजेंडा इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन, इंटरनेशनल पावर ट्रांसमिशन लाइन भी है।