नई दिल्ली (New Delhi)। देश की अर्थव्यवस्था (country’s economy ) की वृद्धि दर (growth rate ) तिमाही और सालाना आधार (quarterly and annual basis) पर बेहतर रहने की उम्मीद (expected to be better) है। वित्त वर्ष 2022-23 की (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े बुधवार को जारी किए जाएंगे।
सूत्रों ने रविवार को बताया कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के जीडीपी के आंकड़े 31 मई को जारी करेगा। वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 4.4 फीसदी रही थी, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में वृद्धि दर 4 फीसदी रही थी।
उल्लेखनीय है कि आर्थिक विशलेषकों ने वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 5.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इस लिहाज से पूरे वित्त वर्ष में जीडीपी की वृद्धि दर 7.1 फीसदी रह सकती है। वहीं, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी इसी हफ्ते एक कार्यक्रम में वित्त वर्ष 2022-23 में देश की आर्थिक वृद्धि दर सात फीसदी के अग्रिम पूर्वानुमान से ज्यादा रहने की उम्मीद जताई है।