नई दिल्ली । चीन (China) में बैंकों के हालात बदहाल नजर आ रहे हैं. ये हम नहीं कह रहे बल्कि वहां के वीडियो में सारी कहानी खुद बयां हो रही है. दरअसल, बैंकिंग संकट (Banking Crisis) से जूझ रहे देश में बैंकों ने ग्राहकों के खातों को सीज (Account Seize) कर दिया है. इसके बाद लोग सड़कों पर उतर आए. फिलहाल, हालात इतने खराब हो चुके हैं कि सरकार को बैंकों के बाहर टैंक (Tank) तैनात करने पड़े हैं.
ग्राहकों को पैसे निकालने से रोका
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बैंकों द्वारा ग्राहकों (Bank Customer) को पैसे निकालने से रोकने के फैसले के विरोध में कई जगह प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. हालिया रिपोर्ट की मानें तो चीन के हेनान प्रांत (Henan Provinces) में पिछले कई हफ्तों से पुलिस और बैंक ग्राहकों के बीच झड़पें जारी हैं. यह सिलसिला इस साल अप्रैल से चालू है, जब बैंकों ने ग्राहकों को अपनी सेविंग्स निकालने से रोक दिया था.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
Social Media पर चीन के बैंकों के बाहर तैनात किए गए टैंकों और वहीं पैदा हुए हालातों का वीडियो वायरल हो रहे हैं. इनमें चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के टैंकों को प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए सड़कों पर तैनात किए जाते देखा जा सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक ऑफ चाइना की हेनान शाखा के बाहर बढ़ते विरोध प्रर्दशन के बीच बैंकों की सुरक्षा और स्थानीय लोगों को बैंकों तक पहुंचने से रोकने के लिए टैंक सड़कों पर उतरे थे.
अप्रैल में सामने आया था बैंकिंग घोटाला
रिपोर्ट में कहा गया कि अप्रैल 2022 में South China Morning Post (SCMP) में छपी एक खबर में चीन में हुए बैंक घोटालों का खुलासा किया गया था. इसमें दावा किया गया था कि 40 अरब युआन यानी करीब 6 अरब डॉलर (करीब 47,000 करोड़ रुपये) चीनी बैंकों से गायब हो गए हैं. इसके बाद आई रिपोर्टों में बताया गया कि चीन के हेनान और अनहुई प्रांतों में बैंकों से निकासी पर भी रोक लगा दी है. हालांकि, बैंकों ने सिस्टम अपग्रेड का हवाला देते हुए ग्राहकों के खातों से निकासी पर रोक लगाने की बात कही थी.
Tiananmen square की घटना आई याद
सोशल मीडिया पर इन हालातों को Tiananmen square 2 नाम से भी पेश किया जा रहा है. गौरतलब है कि 1989 में सरकार की नीतियों के खिलाफ थियानमन स्क्वॉयर पर बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया था. उस समय चीनी सेना ने इसी तरह का कदम उठाया था और हालात इतने बिगड़ गए थे हजारों लोगों की जान चली गई थी.