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खरगोन बस हादसाः मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हुई, आरटीओ सस्पेंड

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में मंगलवार सुबह एक निजी बस 50 फीट ऊंचे पुल से गिर गई। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। मृतकों में सात बच्चे, आठ महिलाएं और नौ पुरुष शामिल हैं। हादसे में 30 से अधिक यात्री घायल हुए हैं, जिनका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। सात गंभीर रूप से घायलों को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन आरटीओ बरखा गौड़ को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।

जानकारी के अनुसार खरगोन जिले के ग्राम टांडा बरुड़ के पास श्रीखंडी गांव से इंदौर की जा रही मां शारदा ट्रेवल्स की बस में 50 से 60 लोग सवार थे। बस मंगलवार सुबह करीब 8.30 बजे डोंगरगांव व दंसगा के बीच बोराड़ नदी के पुल से नीचे गिर गई। बताया जा रहा है कि बस पुल की रॉन्ग साइड की रेलिंग तोड़ते हुए करीब 50 फीट नीचे जा गिरी। हादसे में कुल 24 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों को भीड़ जमा हो गई। लोगों ने बस के कांच तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। सूचना मिलते ही कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा, आईजी, एसपी, एसडीओपी और प्रतिनिधि मौके पर पहुंच गए। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि 24 लोगों की मौत हुई है।

वहीं, आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि बस खरगोन के बेजापुर से इंदौर की ओर जा रही थी। रफ्तार तेज होने के कारण अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए बस पुल से नीचे जा गिरी। नदी सूखी होने के कारण अधिकतर यात्रियों को चोट लगी है। इनमें से 15 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायलों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस का स्टेयरिंग खराब था, फिर भी ड्राइवर 80 की स्पीड में बस चला रहा था। अनियंत्रित होकर बस नदी में जा गिरी। यात्री अंदर से मदद के लिए पुकार रहे थे। कांच तोड़कर उन्हें निकाला गया।

वहीं, प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि संकरा पुल होने की वजह से हादसा हुआ। बस की स्पीड तेज नहीं थी। जांच में बस का फिटनेस सही पाया गया है। बस में क्षमता से ज्यादा यात्री नहीं थे। हादसे की वजह ड्राइवर को नींद लगना हो सकती है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, कार्रवाई की जाएगी।

मृतकों के नाम
दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान विवेक (23) पुत्र प्रेमचंद पाटीदार निवासी गंधावड थाना ऊन खरगोन, ओम (11 माह) पुत्र दिनेश निवासी घेगांवा थाना ऊन खरगोन, दुर्गेश (20) पुत्र साजन सिंह निवासी मोटापुरा बाना ऊन खरगोन, मुस्कान (14) पुत्री कालू निवासी देवगुराडिया इंदौर, संजय (30) पुत्र पंडरी निवासी सुरपान बनाउन, दिव्या पत्नी रमेशचंद्र वर्मा निवासी धरमपुरी धार, धनालाल गुर्जर (60) निवासी लोनारा थाना मेनगांव खरगोन, संतोष (45) पुत्र गंगाधर बारचे निवासी छालपा मेनगांव खरगोन, सलीता बाई (65) पत्नी भगवान वर्मा निवासी मदरया ठीकरी बड़वानी, रामकुंवर (60) पत्नी दुलीचंद मानकर निवासी लोनारा थाना ऊन खरगोन, आंचल (18) पुत्री सुंदरलाल वास्कले निवासी घटवा ठीकरी बड़वानी, लक्ष्मीबाई (22) पत्नी महेश वास्कले निवासी घटवा, ठीकरी, बड़वानी, मंगती बाई (70) पत्नी मंशाराम वास्कले निवासी घटवा, ठीकरी, बड़वानी, कान्हा (13) पुत्र संतोष पाटीदार निवासी पीपरी, ऊन, खरगोन, सुमित (13) पुत्र कमल निवासी पैरखड़, मनावर, धार, अर्जुन (23) पुत्र भुवानसिंह निवासी पैरखड़, मनावर, धार, वर्षा (25) पत्नी लखन निवासी जलगुन, बड़वानी, परी (18 माह) पुत्री लखन निवासी जलगुन, बड़वानी, अनिता (38) पत्नी प्रभुलाल निवासी धरमपुरी, धार, पिंकी (38) पत्नी कालू निवासी जरवाहा, ठीकरी, बड़वानी, बीना बाई (65) पत्नी मांगी लाल निवासी सुखरामपुरा, ठीकरी, बड़वानी, प्रियांशी (एक वर्ष) पुत्री लखन निवासी जलगोर, राजपुर, लीलू पत्नी (70) पत्नी बुध्या निवासी पीपरी, ऊन, खरगोन और सुखदेव (40) पुत्र बुध्या निवासी पीपरी, ऊन, खरगोन के रूप में हुई।