Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

पूर्व मंत्री दीपक जोशी छोड़ेंगे भाजपा, आज लेंगे कांग्रेस की सदस्यता

देवास। मध्य प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगने वाला है। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे एवं पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने साफ कर दिया है कि वे शनिवार को भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले लेंगे। उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने निर्णय ले लिया है। अब वह उससे पीछे नहीं हटने वाले। उनको लोकसभा या राज्यसभा या पार्टी में कोई पद या मंत्री पद नहीं चाहिए। अब वह जो कर रहे हैं, वह सिर्फ अपने पिता के सम्मान के लिए कर रहे हैं।

दीपक जोशी ने कहा कि मेरे पिता का स्मारक बनाने के लिए कांग्रेस सरकार में तुरंत जमीन के आवंटन का निर्णय ले लिया लेकिन भाजपा की सरकार में बैठे लोगों ने कोई निर्णय नहीं लिया। यदि उनके मन में सम्मान होता तो 6 दिन में निर्णय ले लेते। मैं दो साल तक चक्कर लगाता रहा। उनको अब पार्टी परिचितों के माध्यम संदेश भेज रही है कि भोपाल में कैलाश जी के नाम पर सड़क, स्कूल या किसी भवन का नामकरण कर देते हैं, वह कांग्रेस ज्वाइन नहीं करें। उन्होंने कहा कि वह शनिवार को 11.30 बजे कांग्रेस ज्वाइन करेंगे।

भावुक हुए, छलके आंसू

उन्होंने कहा कि पिता जी ने सुचिता की राजनीति की लेकिन अब भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है। पूर्व मंत्री दीपक जोशी इस दौरान भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू छलक आए। उन्होंने कहा कि मेरे साथी डर के मारे मुझे नमस्कार भी नहीं करते। बात करने से पहले मुझे ऐसे देखते हैं कि कोई उन्हें देख तो नहीं रहा है। डर के मारे वे नमस्कार भी नहीं कर पाते। मुझे कार्यक्रमों में तो बुलाया तक नहीं जाता था। इस कारण मैं किसी कार्यक्रम में जबरन घुसने की कोशिश भी नहीं करता।

जोशी ने कहा कि आंसू इसलिए आ रहे हैं कि पिता जी की विरासत को बचाने की जो जिम्मेदारी मेरे हाथों में थी, उसे मैं निभा नहीं पाया। उन परिवारों के प्रति मेरी चिंता है, जो चौथी-पांचवी पीढ़ी के रूप में मेरे परिवार के साथ काम कर रहे हैं, उन्हें मेरे निर्णय पर बुरा लग रहा होगा, लेकिन उन्हीं परिवारों को बचाने के लिए आगे बढ़ रहा हूं। मेरे चाहने वाले मुझे इतनी ताकत दें कि मैं आगे इस लड़ाई को लड़ सकूं। यह मान सम्मान की लड़ाई है, यह पिता जी के सम्मान के लिए लड़ाई है।

जोशी ने कहा कि मैं कांग्रेस में विधायक या सांसद बनने के लिए नहीं जा रहा हूं, एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा। यदि मैंने अपना काम कर दिया तो मुझे लगेगा कि हां, मैंने अपना काम किया है। मैं अपना भविष्य क्यों तलाश करूं, कांग्रेस में मेरा भविष्य हैं या नहीं, यह क्यों सोचूं। मेरे जाने से कितना नुकसान होगा, इसका आंकलन वे करें। कहीं न कहीं वे नुकसान में तो हैं, क्योंकि वे लगातार मुझे रोकने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 4-5 दिन से मुझे लेकर लगातार समाचार आ रहे थे। राजनीति में ऐसा होता आया है कि चुनाव के समय लोग इधर से उधर होते हैं। मेरा मुद्दा थोड़ा अलग है। मुझे न पार्टी से टिकट चाहिए, न पद चाहिए न प्रतिष्ठा चाहिए। मैं अपनी पिता की विरासत को लेकर चलने वाला कार्यकर्ता, विधायक. मंत्री रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरे मंत्री रहते जिन-जिन भवनों का निर्माण, शिलान्यास हुआ, उन पर अपने पत्थर जरूर लगाएं, लेकिन मुझे कार्यक्रम में बुलाने तक का प्रयास नहीं किया गया। देवास जिले में मैं पार्टी के लिए इस प्रकार से हो गया था कि यदि मैं किसी कार्यक्रम में पहुंच जाता था तो लोगों को लगता था कि यह क्यों आ गया। ऐसे तत्वों के साथ अब बैठना भी मुझे अच्छा नहीं लग रहा, जो मुझे पसंद नहीं करता, उसके साथ मैं क्यों बैठूं?

इस मौके पर जोशी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज की तारीख में बिना लिए-दिए कोई काम नहीं होता। भ्रष्टाचार की वैतरणी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि गरुण पुराण का एक चैप्टर जरूर जुड़ जाएगा। भ्रष्टाचार करने वालों को यह मिलेगा, इतना खाने वालों को यह मिलेगा। उन्होंने कहा कि मेरे पिता के नाम देवास में यह तीन कमरों का मकान है, बाकि उनके नाम कोई संपत्ति नहीं है। 20 बीघा जमीन मेरे दादा जी ने उन्हें दी थी, उन्होंने उसे 10-10 बीघा की कर दी, एक इंच इजाफा नहीं किया। मैंने भी अपनी 10 बीघा जमीन में एक इंच नहीं बढ़ाई। विधायक को जो मकान मिलता है, उसे ही लिया। आज मेरे पास चार पहिया वाहन तक नहीं है।