दरअसल, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने 30 अप्रैल को धुएं के गुबार के बीच एक तस्वीर ट्वीट की थी। इसमें धुएं के गुबार के ऊपर दिख रही तस्वीर में जीभ बाहर निकलने के साथ गले में खोपड़ियों की माला थी। इसे मां काली के रूप में प्रदर्शित कर हिंदू आस्था का मजाक उड़ाने की बात सामने आई थी। बाद में विवाद बढ़ने पर यूक्रेन ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया था। यूक्रेन की सरकार ने अपने रक्षा विभाग के ट्वीट को लेकर माफी भी मांगी थी।
यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री एमिने जाप्रोवा ने बयान जारी कर कहा था कि हम और हमारा रक्षा विभाग हिंदू देवी मां काली को गलत तरीके से दिखाने के लिए शर्मिंदा हैं। यूक्रेन और यूक्रेन के लोग भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं और उनके समर्थन की तारीफ करते हैं। वह तस्वीर हटा ली गई है और हम परस्पर सहयोग और आपसी सम्मान बढ़ाने के लिए समर्पित हैं।
इस मसले पर रूस ने भी यूक्रेन को कठघरे में खड़ा किया है। संयुक्त राष्ट्र में रूस के प्रतिनिधि दिमित्री पोलिंस्की ने कहा कि कीव की सरकार किसी की आस्था की परवाह नहीं करती है फिर चाहे वो हिंदू हों, मुस्लिम या फिर ईसाई ऑर्थोडॉक्स। यूक्रेन के सैनिक कुरान को जला रहे हैं, मां काली का मजाक उड़ा रहे हैं और ऑर्थोडॉक्स ईसाइयों के पवित्र स्थलों को तबाह कर रहे हैं। वह सिर्फ नाजी विचारधारा को मानते हैं। वह यूक्रेन को सबसे ऊपर मानते हैं। (हि.स.)