नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यवस्था के मोर्चे में झटका (blow on the economic front) लगने वाली खबर है। देश (country) के आठ बुनियादी उद्योगों (आईसीआई) का उत्पादन (Production of eight basic industries (ICI) ) मार्च महीने (month of March) में सालाना आधार पर 3.6 फीसदी की दर (grew at a rate of 3.6 percent on an annual basis) से बढ़ा है, जो पांच महीनों में सबसे कम है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है। मंत्रालय के मुताबिक देश के आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन मार्च महीने में 3.6 फीसदी की दर से बढ़ा है। एक साल पहले मार्च 2022 में इन प्रमुख उद्योगों का उत्पादन 4.8 फीसदी की दर से बढ़ा था। फरवरी 2023 में इसकी वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही थी। बुनियादी उद्योगों क्षेत्रों का उत्पादन अक्टूबर 2022 के बाद मार्च में सबसे कम रहा है। इससे पहले अक्टूबर में बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि दर सबसे कम 0.7 फीसदी रही थी।
आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के अंतिम महीने मार्च में कच्चे तेल का उत्पादन 2.8 फीसदी गिरा है, जबकि बिजली क्षेत्र में 1.8 फीसदी और सीमेंट क्षेत्र में 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, कोयला के उत्पादन में 12.2 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। इसी तरह उर्वरक क्षेत्र में 9.7 फीसदी, इस्पात क्षेत्र में 8.8 फीसदी, प्राकृतिक गैस क्षेत्र में 2.8 फीसदी और रिफाइनरी क्षेत्र का उत्पाद 1.5 फीसदी की दर से बढ़े हैं।
मंत्रालय के मुताबिक समूचे वित्त वर्ष 2022-23 में इन आठों प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रही है, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान इनका उत्पादन 10.4 फीसदी बढ़ा था। गौरतलब है कि देश के आठ बुनियादी उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन के कुल सूचकांक में 40.27 फीसदी की हिस्सेदारी होती है।