Friday, September 20"खबर जो असर करे"

सिंचाई परियोजनाओं के कार्य में विलम्ब बर्दाशत नहीं होगा: मुख्यमंत्री शिवराज

– मुख्यमंत्री ने की नर्मदा घाटी विकास विभाग की समीक्षा, कहा-समय पर कार्य पूरा नहीं करने पर ब्लैक लिस्ट होगी निर्माण एजेंसी

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि नर्मदा घाटी विकास विभाग (Narmada Valley Development Department) अंतर्गत निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं (irrigation projects under construction) का कार्य जल्द पूरा कर लोकार्पण की तैयारी की जाए। कार्य में गुणवत्ता और समय-सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए।

मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को मंत्रालय में नर्मदा घाटी विकास विभाग की सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एवं वाइस चेयरमैन एनव्हीडीए एसएन मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। संबंधित जिलों के कलेक्टर वर्चुअली जुड़े।

मुख्यमंत्री ने परियोजनावार समीक्षा कर जानकारी ली और कहा कि परियोजनाओं का कार्य पूर्ण करने में विलम्ब न हो। समय पर कार्य पूरा नहीं करने वाली निर्माण एजेंसियों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। निर्माण एजेन्सियों को तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए जाए। परियोजनाओं का कार्य मिल-जुल कर समय पर पूरा करें। प्रदेश की यह महत्वपूर्ण परियोजनाएँ हैं, जो जनता की जिंदगी और कल्याण से जुड़ी हुई हैं।

मुख्यमंत्री ने अप्रसन्नता व्यक्त की
मुख्यमंत्री ने कहा कि बदनावर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना को गंभीरता से पूरा करने की कोशिश करें। उन्होंने परियोजना के कार्य में विलम्ब होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि सांवेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का कार्य समय पर चल रहा है। नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देश्यीय परियोजना का जून में लोकार्पण कराया जाए। परियोजनाओं के संबंध में कलेक्टर खरगोन और देवास से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इंदिरा सागर परियोजना काली सिंध सूक्ष्म उद्वहन परियोजना के प्रथम चरण का कार्य 25 सितम्बर तक पूरा किया जाए। कुक्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना एवं पाटी उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना का कार्य तेजी से पूरा करें। लगभग पूर्ण नागल वाड़ी उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना की टेस्टिंग कर ली जाए।

निर्माण कार्य में तीन वर्ष की देरी पर नाराजगी
मुख्यमंत्री ने बलकवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना (फेज-1) के कार्य में 3 वर्ष की देरी होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्माण एजेंसी कल्पतरू पॉवर ट्रांसमिशन लिमिटेड को 30 जून तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण न होने पर ब्लेक लिस्ट करने की कार्यवाही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिपरी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना, बिस्टान उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना और भीकनगांव बिन्जलवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का कार्य तेजी से पूरा करें। इन परियोजनाओं का कार्य हर हाल में जून 2023 तक पूरा किया जाये।

छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के कार्य में विलंब न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि जावर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना, खालवा उद्वहन सिंचाई परियोजना के कार्य में देरी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के कार्य को देखने भी गया था। इस परियोजना के कार्य में विलम्ब न हो। उन्होंने निर्माण एजेंसी शापूर जी पालोन जी-पीसी-एपीएल (जेव्ही) मुम्बई को निर्देशित करते हुए कहा कि यदि शीघ्रता से कार्य नहीं हुआ तो ब्लेक लिस्ट करने की कार्यवाही होगी। नर्मदापुरम एवं छिंदवाड़ा जिले की दूधी परियोजना का कार्य समय पर चल रहा है। इसी तरह शक्कर पेंच लिंक संयुक्त परियोजना का कार्य भी समय पर चल रहा है। सीहोर जिले में निर्माणाधीन घाट एवं तट संरक्षण का कार्य जून तक पूरा हो।