चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने राष्ट्रपति के रूप में नई पारी की शुरुआत के बाद 70 देशों के राजदूतों से उनके क्रेडेंशियल लिये। इनमें भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत और अमेरिका के राजदूत रॉबर्ट निकोलस बर्न्स भी शामिल थे। राजदूतों को संंबोधित करते हुए जिनपिंग ने कहा कि चीन दुनिया के देशों के साथ अपने संबंध मजबूत करने के लिए तैयार है और यह संबंध समानता और आपसी फायदे पर आधारित होंगे। जिनपिंग ने कार्यक्रम में मौजूद राजदूतों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी राजदूत चीन को गहराई से समझेंगे और आपसी सहयोग और दोस्ती के पुल के रूप में काम करेंगे।
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार सभी राजदूतों को उनकी जिम्मेदारी निभाने में मदद करेगी। बीते तीन सालों में चीन ने कोरोना के खिलाफ लडाई में लंबी दूरी तय की है। इस प्रक्रिया में चीन को कई देशों से मदद भी मिली। उन्होंने कहा कि चीन एक आधुनिक समाजवादी देश के निर्माण की राह पर है और आधुनिकीकरण के लिए राष्ट्रीय कायाकल्प को बढ़ावा दे रहा है।