Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

ऑनलाईन सट्टा खिलवा रहे 6 सट्टेबाज पकड़े, दो करोड़ का हिसाब मिला

ग्वालियर। हैदराबाद और दिल्ली के बीच चल रहे आईपीएल क्रिकेट मैच पर दो कारों मे बैठकर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 6 सट्टेबाजों को क्राइम ब्रांच और विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने मिलकर बलवंत नगर से दबोच लिया। सट्टेबाजों से 29 हजार रूपए नगद, 12 मोबाइल एक लैपटॉप, 3 कैलकूलेटर, 7 रजिस्टर व दो करोड़ का हिसाब मिला है।
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि खबर मिली कि बलवंत नगर में आईपीएल क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा हैं। इस पर सीएसपी लश्कर/डीएसपी अपराध षियाजक़े.एम, डीएसपी अपराध द्वितीय संदीप मालवीय एवं सीएसपी विश्वविद्यालय रत्नेश सिंह तोमर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक अमर सिंह सिकरवार एवं थाना प्रभारी विश्वविद्यालय निरीक्षक मनीष धाकड़  द्वारा क्राईम ब्रांच व थाना बल की संयुक्त टीम को मुखबिर के बताये स्थान न्यू बलवंत नगर स्थित एक मकान के पास भेजा गया।वहां एक मकान के बाहर दो कार खड़ी हुई दिखाई दीं, पुलिस टीम द्वारा मकान के अन्दर जाकर देखा तो 6 संदिग्ध व्यक्ति मोबाइल चला रहे थे, पुलिस को देख कर उन्होने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस टीम के द्वारा उनकी घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पूछताछ करने पर उन्होने स्वयं को अ बाह जिला मुरैना के रहने वाले बताये। पकड़े गये संदिग्धों से जब आईपीएल मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिलाने के संबंध में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा पुलिस टीम को गुमराह करने का प्रयास किया गया, पुलिस टीम द्वारा जब उसके मोबाइल चेक किये गया तो उसमें हैदराबाद तथा दिल्ली के बीच चल रहे आईपीएल मैच पर लिंक के माध्यम से अन्य लोगों को लिंक भेजकर सट्टा खिलवाना पाया गया एवं उनके पास मिले मोबाइलों में आईपीएल का सट्टा खिलवाने के लिए अलग-अलग नाम से क्रमश: तीन आईडी  खुली हुई पाई गई।
कई जिलो के 500 क्लाइंट
पकड़े गये सटोरियों के द्वारा लोगों से पैसे लेकर आईपीएल क्रिकेट मैच की हार जीत पर दाव लगवाकर अवैध लाभ कमाना स्वीकार किया गया तथा उनके ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना एवं दतिया  के लगभग 500 क्लाइंट है जो कि ऑनलाईन खेल रहे थे।
खाईबाज उपलब्ध कराता था आईडी
पकड़े गये सटोरियों से उनके अन्य साथियों के संबंध में पूछने पर उन्होनें बताया कि मुरैना एवं ग्वालियर निवासी दो खाईबाज द्वारा उन्हे ऑनलाईन सट्टा खिलाने के लिये आईडी उपलब्ध कराई गई थी। उक्त पकड़े गये सटोरियों के खिलाफ थाना विश्वविद्यालय में धारा 4क पब्लिक गे बलिंग एक्ट व व खाईबाज के खिलाफ 109 भादवि का प्रकरण पंजीबद्व किया गया।
इस टीम का काम
टीआई क्राइम ब्रांच अमर सिंह सिकरवार, टीआई मनीष धाकड़,  एवं एएसआई राजीव सोलंकी, प्रधान आरक्षक रामबाबू सिंह, आरक्षक गौरव आर्य, अरुण पवैया, अनिल मौर्य, रामवीर सिंह की सरहानीय भूमिका रही।