जानकारी के मुताबिक यमन की राजधानी सना में रमजान के महीने में जरूरतमंदों को वित्तीय सहायता वितरित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ईद से पहले इस आयोजन में वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे थे।
यमन की सत्ता पर इस समय ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है। यमन के आंतरिक मंत्रालय के अनुसार वित्तीय सहायता के लिए जुटे सैकड़ों गरीबों के बीच अचानक भगदड़ मच गयी। भगदड़ के बाद स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया और 85 लोगों को जान गंवानी पड़ी। घटना में सैकड़ों लोग घायल हुए है, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। जिनमें से 73 गंभीर रूप से घायल हैं। हूती की तरफ से मृतक परिवारों को 2,000 डॉलर और घायलों को 400 डॉलर मुआवजा देने की घोषणा की गई है।
यमन के आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर अब्देल-खलीक अल-अघरी ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना गलत तरीके से वित्तीय सहायता वितरित करने के कारण यह घटना हुई। सहायता वितरण कार्यक्रम एक स्कूल में आयोजित किया गया था। घटना के बाद विद्रोहियों ने स्कूल को सील कर दिया।
चश्मदीदों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हथियारबंद हूती विद्रोहियों ने हवा में गोली चलाई और बिजली के तार से टकराकर उसमें विस्फोट हो गया। इससे कार्यक्रम में मौजूद लोगों में दहशत फैल गई और लोगों ने भागना शुरू कर दिया। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि उसने दो आयोजकों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच चल रही है। (हि.स.)