नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि गेहूं के निर्यात पर फिलहाल प्रतिबंध (wheat export ban) जारी रहेगा। गोयल ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि भारत (India) को अपने घरेलू बाजार (domestic market) के लिए इस खाद्यान्न की पर्याप्त आपूर्ति (adequate supply of food) सुनिश्चित करने के साथ महंगाई पर नियंत्रण भी रखना है।
वाणिज्य एवं उद्योग तथा उपभोक्ता, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री ने गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीद शुरू हो गई है। खरीद के पहले हफ्ते के आंकड़े ‘बेहद’ संतोषजनक हैं। मुझे भरोसा है कि बेमौसम बारिश के बावजूद फसल अच्छी होगी।
गोयल ने आगे कहा कि हमें भारतीय बाजार के लिए पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी। एक बार खरीद की अवधि समाप्त हो जाने के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि देश में महंगाई को कम किया जाए। इसलिए यह जरूरी है कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा रहे।
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े गेहूं उत्पादक देश भारत ने बढ़ती घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के उपायों के तहत मई, 2022 में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के मुताबिक देश में फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में 11 करोड़ 21.8 लाख टन गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद है। मंत्रालय के मुताबिक एक अप्रैल को एफसीआई के गोदामों में 84 लाख टन गेहूं का स्टॉक होगा।
उल्लेखनीय है कि पीयूष गोयल भारत और इटली के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए नेताओं और औद्योगिक घरानों से मिलने के लिए इटली के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। (एजेंसी, हि.स.)