– पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की श्रीमद भागवत कथा में शामिल हुए मुख्यमंत्री
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार शाम को विदिशा जिले में भोपाल-सागर हाई-वे बायपास के समीप श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ, श्रीमदभागवत कथा एवं संत समागम में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि आत्मा के मोक्ष और जगत हित के लिए जो भी कार्य करें, वही सत्य है। विदिशा मेरी कर्म भूमि रही है और आज भी है। यहां भक्ति रस की गंगा बह रही है और चारों तरफ आनंद बरस रहा है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री यहां श्रीमदभागवत कथा का वाचन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में परमात्मा की प्राप्ति के लिए तीन मार्गी सिद्धांतों ज्ञान, भक्ति और कर्म मार्ग पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रदेश के अधिकारी, कर्मचारियों को निःस्वार्थ भाव से कार्य करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि जनता को ठीक दिशा दिखाना और सुखी बनाना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने उपस्थितों से कहा कि कोई मास्टर है तो बच्चों को ठीक से शिक्षा प्रदान करे, डॉक्टर है तो अच्छे से इलाज करे, गरीबों से पैसा न मांगे। कर्मचारी है तो वह रिश्वत न ले।
मुख्यमंत्री ने बेटियों और महिलाओं के उत्थान के लिए संचालित लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह तथा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के उद्देश्यों पर गहन प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर होने वाले अपराधों के नियंत्रण और दुराचारियों को दंडित करने के लिए प्रदेश में नये कानून बनाए गए हैं।
शाल-श्रीफल देकर किया कथावाचक पं. शास्त्री का सम्मान
मुख्यमंत्री चौहान ने कथास्थल पर पहुंचकर सबसे पहले कथावाचक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री काे शाल-श्रीफल देकर सम्मानित कर उनसे आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने भजनों का गायन भी किया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भी साथ दिया। इस मौके पर क्षेत्रीय सांसद रमाकांत भार्गव, विधायकगण हरि सिंह सप्रे, लीना जैन, राजश्री सिंह और रामपाल सिंह राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष गीता रघुवंशी, नगरपालिका अध्यक्ष प्रीति शर्मा, सांसद प्रतिनिधिद्वय राकेश शर्मा, कैलाश रघुवंशी, डॉ. राकेश जादौन और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। (एजेंसी, हि.स.)