Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

मुख्यमंत्री शिवराज ने वादा निभाया, नसरुल्लागंज का नाम हुआ भैरूंदा

– भैरुंदा के गौरव दिवस में शामिल हुए मुख्यमंत्री, विकास के लिए की 100 करोड़ रुपये की घोषणा

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि आज नसरूल्लागंज का नाम बदलकर (renaming nasrullaganj) भैरूंदा (bhairunda) कर दिया गया है। उन्होंने पुराने नाम को ऐतिहासिक अन्याय बताते हुए कहा कि नाम परिवर्तन से हमारा वैभव फिर लौटा है। उन्होंने नगर के ऐतिहासिक बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार देर शाम विशाल जन-समूह के बीच नसरूल्लागंज का नामकरण भैरूंदा करने का उदघोष नगर के गौरव दिवस पर किया। उन्होंने सिंगल क्लिक से नसरुल्लागंज का नाम बदलकर भैरूंदा करने के साथ ही गजट नोटिफिकेशन सांसद रमाकांत भार्गव और अध्यक्ष नगर परिषद मारुति शिशिर को सौंपा। नागरिकों ने वर्षों पुरानी मांग पूर्ण होने और फिर से वैभव लौटाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार माना। हजारों की संख्या में उपस्थित नागरिकों का उत्साह देखते ही बनता था। इस अवसर पर आतिशबाजी भी की गई।

मुख्यमंत्री ने गौरव दिवस पर नगर को 80 करोड़ 94 लाख से अधिक राशि के अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों की सौगात दी। इन कार्यों में 76 करोड़ 25 लाख 51 हजार रुपये की लागत के 16 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन तथा 4 करोड़ 68 लाख 50 हजार रुपये के दो निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने भैरूंदा नगर के विकास के लिये 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज पूरे क्षेत्र में सिंचाई, सड़क, बिजली, शिक्षा आदि के अनगिनत कार्य हुए है। भैरूंदा से अब 350 करोड़ रुपये की लागत से नेशनल हाई-वे बनाया जायेगा, जो खातेगांव, बड़नगर और इटारसी को भी जोड़ेगा। उन्होंने भैरूंदा के दो दर्जन से अधिक गांव को सीप अंबर लिफ्ट एरिगेशन योजना से जोड़ने की घोषणा की। साथ ही करीब एक दर्जन गांव में बेराज निर्माण की मंजूरी भी दी।

मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना को अपने कार्यकाल की सर्वाधिक अच्छी योजना निरूपित करते हुए कहा कि यह योजना गरीब परिवार में खुशहाली के साथ ही बहनों के सशक्तिकरण, मान-सम्मान बढ़ाने और आत्म-निर्भर बनाने की योजना है। उन्होंने सभी पात्र बहिनों से शिविर में बिना कुछ दिए आवेदन करने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम राइज स्कूल गाँव के गरीब परिवार के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का माध्यम बनेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटियों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। प्रदेश में अब मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा अब हिंदी भाषी बच्चे भी कर सकेंगे और अपना भविष्य संवार सकेंगे। उन्होंने भैरूंदा में स्किल पार्क बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती, स्व-रोजगार योजनाओं से रोजगार देने के साथ ही अब मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना भी जून से लागू की जायेगी। योजना में काम सीख रहे युवाओं को 8 हजार रुपये भी मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शराब को हतोत्साहित करने के लिये सभी अहाते बंद कर दिये गये हैं। इस दिशा में समाज को भी सकारात्मक रुख अपनाना होगा। सांसद रमाकांत भार्गव ने भैरूंदा का वैभव लौटाने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस पर 40 से अधिक विभागीय गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री ने नगर की विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। (एजेंसी, हि.स.)