Friday, November 22"खबर जो असर करे"

MP: भोपाल समेत कई जिले में ओले गिरे, कई जगह हुई तेज बारिश

– खंडवा में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत, राजगढ़ में मंडी में रखा गेहूं बहा

भोपाल (Bhopal)। अलग–अलग स्थानों पर बनी छह मौसम प्रणालियों (six weather systems) के कारण मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पिछले तीन दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा (bad weather) है। प्रदेश के विभिन्न शहरों में लगातार तीन दिन से गरज–चमक के साथ बारिश (rain with thunder) और ओलावृष्टि (hailstorm) का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शनिवार शाम को भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा और पन्ना में ओले गिरे। तेज आंधी के साथ बारिश हुई। खंडवा में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा रतलाम के जावरा में भी तेज बारिश हुई। राजगढ़ में तेज बारिश से मंडी में रखा गेहूं बह गया। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 20 मार्च तक ‘बेमौसम’ बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है।

दरअसल, प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव होने के कारण इन दिनों बारिश हो रही है। भोपाल में सुबह से धूप खिली थी। दोपहर बाद बादल छा गए। शाम होते-होते करीब 6:30 कई इलाकों में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान करोंद, अयोध्या बायपास, भानपुर समेत कई क्षेत्रों में बेर के आकार के ओले भी गिरे। वहीं, हरदा जिले की रहटगांव तहसील मुख्यालय समेत अन्य गांवों में करीब आधा घंटे तक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बारिश और ओले से किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसल बिछ गई है।

खंडवा में शनिवार दोपहर बारिश के बाद ओलावृष्टि हुई। आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रही दो महिलाओं की मौत हो गई। इसके अलावा चार अन्य लोग भी झुलस गए। घटना पंधाना थाना क्षेत्र अंर्तगत ग्राम बाबली और अंजनगांव की है। गांव में पिंकी और रविता समेत अन्य महिलाएं खेत में गेहूं फसल की कटाई कर रही थी। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। बिजली गिरने से पिंकी और रविता की मौत हो गई।

आगर-मालवा में भी बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। शनिवार को दिन भर मौसम बदला सा रहा। आसमान में बादल छाए रहे। शाम को कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। ग्राम पालड़ा, पिपलोन, सुल्तान पुरा समेत कई जगह ओलावृष्टि हुई। इसके अलावा, उज्जैन, दमोह, अशोकनगर, नर्मदापुरम, खरगोन और सागर में तेज बारिश हुई। वहीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहे। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे।

मौसम केन्द्र के अनुसार, पिछले 24 घंटे में रायसेन के बाड़ी में 2.51 इंच तक पानी गिरा। बैतूल के शाहपुरा में 1.88 और भैंसदेही में 1.11 इंच बारिश हुई। शिवपुरी के बैराड़ में 1.20 इंच पानी गिरा। सिवनी के बरघाट में 2.28, छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में 1.22 इंच पानी गिरा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच, बैतूल, राजगढ़, सागर, सतना, छतरपुर, दमोह, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, बालाघाट, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, हरदा, मुरैना, धार, डिंडोरी, सिवनी, नरसिंहपुर, रीवा समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी है।

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि वर्तमान में छह मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में वर्षा हो रही है। उधर रविवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। इस वजह से मध्य प्रदेश में अभी मौसम साफ होने के आसार नहीं हैं। (एजेंसी, हि.स.)