Friday, September 20"खबर जो असर करे"

पंडित धीरेन्द्र शास्त्री बोले- ‘हिंदुओं में दम होगा तो हिन्दू राष्ट्र बनकर रहेगा’

टीकमगढ़। हाल ही अपने चमत्कारों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में आए कथावाचक मप्र के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर हिंदू राष्ट्र की बात दोहराई। उन्होंने रविवार को टीकमगढ़ में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हिंदुओं के बाप में दम होगा तो हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा। उन्होंने कहा कि संविधान में 125 बार संशोधन हो चुका है। एक बार इसके लिए भी संशोधन किया जा सकता है।

दरअसल, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को उप्र के बरेली में हिंदू राष्ट्र को लेकर बयान दिया था। इसमें उन्होंने बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि किसी में दम नहीं है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाए। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को आतंकवादी संगठन घोषित करते हुए पाबंदी लगाने की मांग की थी।

पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मौलाना तौकीर रजा के बयान को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र का मतलब देश में अन्य जाति और संप्रदाय के लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं है। भारत में बड़ी संख्या में मुस्लिम वर्ग के लोग हैं और उनके पूर्वज भी यहां रहे हैं। इसलिए यह देश मुसलमानों का भी है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक लोग आखिर कब तक हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों को लड़ाते रहेंगे। मैं चाहता हूं कि भारत एक बार हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाए, ताकि देश में सांप्रदायिक झगड़े बंद हो। उन्होंने कहा कि प्रत्येक युवा मंदिरों में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करे। जिससे भारत जल्द हिंदू राष्ट्र बन सके।

बागेश्वर से ओरछा तक निकालेंगे यात्रा
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सामाजिक समरसता लाने के लिए बागेश्वर धाम से रामराजा सरकार की नगरी ओरछा तक पैदल यात्रा निकालेंगे। यात्रा का एकमात्र उद्देश्य समाज और देश में सामाजिक समरसता का भाव पैदा करना रहेगा। उमा भारती की ओर से चलाए जा रहे शराबबंदी अभियान के सवाल पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि देश में शराब का विक्रय बंद होना चाहिए। उन्होंने उमा भारती के अभियान का समर्थन करते हुए कथाओं के माध्यम से लोगों से नशे की लत से दूर रहने की बात कही।

कुछ दिनों में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज पर जातिवाद, जमीन हड़पने सहित कई आरोप लगे। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि लोग बराबरी नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए आरोप लगाकर बदनाम करने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं गीदड़ नहीं जो डर जाऊं। विरोधियों के लिए उन्होंने कहा कि तुम अपनी जलन बरकरार रखो, मैं अपना जलवा बरकरार रखूंगा। (एजेंसी, हि.स.)