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कभी नहीं सोचा था कि भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेलूंगा : चेतेश्वर पुजारा

नई दिल्ली। अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि जब उन्होंने अपना करियर शुरू किया था तो कभी नहीं सोचा था कि वह भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेलेंगे।

पुजारा ने भारत के साथ 13 साल के शानदार करियर का लुत्फ उठाया है और वह शुक्रवार को दिल्ली में अपना 100वां टेस्ट खेलने के लिए तैयार हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट 17 से 21 फरवरी तक दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। दिसंबर 2017 के बाद से दिल्ली अपने पहले टेस्ट मैच की मेजबानी कर रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में भारत के पास 1-0 की बढ़त है।

चेतेश्वर पुजारा ने गुरुवार को प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया और फिर अपना (टेस्ट) डेब्यू किया, तो मैंने सौ टेस्ट मैच खेलने के बारे में कभी नहीं सोचा था। यह श्रृंखला शुरू हुई और तभी मुझे एहसास हुआ कि मैं अपना सौवां टेस्ट मैच खेलूंगा। करियर में, आप हमेशा उतार-चढ़ाव से गुजरते हैं, और आपको उन अवधियों से लड़ना होता है।”

भारत को टेस्ट रैंकिंग में अपनी बढ़त बनाए रखने और जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के करीब आने के लिए शुक्रवार से दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरा टेस्ट जीतना होगा। फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए भारत को सीरीज 3-1 या 3-0 से जीतनी होगी।

जब पुजारा 17 फरवरी से दिल्ली में शुरु हो रहे दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे, तो वह भारत के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले केवल 13वें खिलाड़ी बन जाएंगे। क्रिकेट में सबसे अधिक टेस्ट मैच महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने खेला है। वह लंबे प्रारूप में 200 मैच खेलने वाले एकमात्र क्रिकेटर हैं।

उन्होंने कहा, “अभी और भी बहुत कुछ हासिल करना है। मैं निश्चित रूप से इस सौवें टेस्ट मैच को खेलने के लिए संतुष्ट और वास्तव में उत्साहित हूं। लेकिन साथ ही, हम एक महत्वपूर्ण श्रृंखला खेल रहे हैं। इसलिए, उम्मीद है कि हम यह टेस्ट मैच और उसके बाद अगला मैच जीतकर डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेंगे। मेरा सपना भारतीय टीम के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल जीतना है, जो पिछले फाइनल में नहीं हुआ था। लेकिन उम्मीद है कि एक बार क्वालीफाई करने के बाद हम उस ओर भी बढ़ेंगे।”

पुजारा ने अब तक 99 टेस्ट खेले हैं। उन्होंने अपने 13 साल लंबे टेस्ट करियर में 44.15 की औसत से 7,021 रन बनाए हैं, जिन्होंने 2010 में पदार्पण किया था। उनके नाम प्रारूप में कुल 19 शतक और 34 अर्द्धशतक हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 206* है। पिछले साल पांच मैचों में उन्होंने 45.44 की औसत से 409 रन बनाए। पिछले साल उनके बल्ले से एक शतक और तीन अर्धशतक निकले थे, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 102* था।

पुजारा ने अपने दोस्तों, परिवार और कोचों के समर्थन के लिए भी आभार व्यक्त किया, विशेष रूप से अपने पिता अरविंद, जो बचपन से ही उनके कोच रहे हैं और शुक्रवार को अपने 100वें टेस्ट मैच में खेलने के दौरान मौजूद रहेंगे।

पुजारा ने कहा, “यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत मायने रखता है। मेरे पिता ने मेरे क्रिकेट करियर में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने मुझे बचपन से प्रशिक्षित किया है, इसलिए वह बहुत उत्साहित है और कल मेरी पत्नी भी यहां आने वाली है, जिसने मेरी काफी सहायता की है।” (एजेंसी, हि.स.)