भोपाल। मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल से पहले नजदीकी ग्राम इस्लामनगर का नाम बदल दिया गया है। इस संबंध में राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी। अधिसूचना जारी होने के बाद इस्लामनगर 308 साल बाद फिर से जगदीशपुर हो गया है। भोपाल जिले के फंदा जनपद में स्थित यह ग्राम अब अपने पुराने नाम से जाना जाएगा।
दरअसल, भोपाल एक समय नवाबों की रियासत हुआ करती थी और उस समय इसकी राजधानी फंदा तहसील में स्थित इस्लामनगर थी। इतिहासकारों के मुताबिक इस स्थान का पुराना नाम जगदीशपुर था और 1751 ईस्वी में दोस्त मोहम्मद खान ने उसे बदलकर इस्लामनगर कर दिया था। लंबे समय इसका नाम बदलने की भी मांग लगातार उठ रही थी। इस संबंध में केंद्र सरकार ने पहले ही अधिसूचना जारी कर दी थी। केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद अब राज्य सरकार ने भी अधिसूचना जारी कर उसे राजपत्र में प्रकाशित कर दी है।
गौरतलब है कि हाल ही में श्रीराम कथा के लिए आए जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज ने भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मांग उठाई थी। उन्होंने दो दिन पहले ही इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी बात की थी, लेकिन भोपाल का नाम बदलने से पहले इस्लामनगर का नाम बदल गया है। अब यह गांव जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा।
राजस्व विभाग की अधिसूचना
राजस्व विभाग ने राजपत्र में अधिसूचना का प्रकाशन कराया है। इसमें बताया गया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के 15 सितंबर 2022 को जारी अनापत्ति पत्र के बाद भोपाल जिले के ग्राम इस्लाम नगर का नाम परिवर्तित कर जगदीशपुर किया जाता है। यह अधिसूचना मध्यप्रदेश के राज्यपाल के नाम से एवं आदेशानुसार अपर सचिव चंद्रशेखर वालिंबे द्वारा जारी की गई है।
इस्लाम नगर का नाम बदलने के लिए मांग लगभग 30 साल से उठती रही है। करीब 17 साल पहले पंचायत ने सरकार को पत्र लिखकर जगदीशपुर नाम पर अपनी अनापत्ति जाहिर की थी। इसके बाद भी लागातार स्थानीय जनप्रतिनिधि इसकी मांग करते रहे हैं। साल 2022 में सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी इस दिशा में काम करने की बात कही थी। आखिर कार 308 साल के बाद अब जगदीशपुर को अपना पुराना नाम मिल गया।
राज्य सरकार की ओर से नाम बदले जानी की अधिसूचना प्रकाशित होने के बाद पंचायत में जश्न का माहौल है। यहां बड़े कार्यक्रम के आयोजन के लिए तैयारियां की जा रही हैं। बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, पुरातत्व विभाग के अधिकारी व ग्रामीणों के साथ महल का निरीक्षण कर चुके हैं। गांव के सभी बाहरी सड़कों पर बड़े-बड़े गेट लगा दिए गए हैं। इस आयोजन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे।
बता दें कि इससे पहले भोपाल के हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति, भोपाल के मिंटो हाल का नाम कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर, होशंगाबाद को नर्मदापुरम और बबाई का नाम बदलकर माखनगर किया जा चुका है। हालांकि, अभी भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मांग उठी है, जबकि हलालपुर बस स्टैंड का नाम हनुमान गढ़ी बस स्टैंड और लालघाटी का नाम महेंद्र नारायण दास महाराज सर्वेश्वर रखने का प्रस्ताव नगर निगम के पास पहुंच चुका है। (एजेंसी, हि.स.)