Saturday, September 21"खबर जो असर करे"

सुखोई और मिराज प्लेन पहाडग़ढ मे क्रेश, एक की मौत, दो घायल

-पहाडग़ढ से पांच किलोमीटर दूर जंगल मे निरार रोड पर हुआ हादसा
ग्वालियर। ग्वालियर के एयरबेस से उड़ान भरे सुखोई 30 और आगरा से उड़ान भरे मिराज 2000 फाइटर प्लेन मुरैना जिले के पहाडग़ढ़ से करीब पांच किलोमीटर दूर जंगल मे निरार रोड पर क्रेश हो गए। हादसे में एक की मौत हो गई, जबकि दो पायलट घायल हुए है। जो कि क्रेश होने पर पैराशुट से नीचे उतर आए थे। स्थानीय लोगों ने आसमान से आग की लपटों में घिरे प्लेन को क्रेश होते देखा तो वह लोग मौके पर पहुंच गए। कुछ देर बाद पुलिस ओर प्रशासन की टीम भी मोके पर पहुंची। बाद में एयरफोर्स का बचाव दल भी पहुंचा और जांच पड़ताल मे जुट गया।
आसमान ही आग लग गई थी
ग्रामीणों के मुताबिक प्लेन में आसमान में ही आग लग गई थी और देखते ही देखते जलता हुआ फाइटर जेट गिर गया। उनका कहना था कि एक जोर का धमाका ाी हुआ था। गांववालों ने जब क्रेश होते विमान देखे तो घटनास्थल की तरफ दौड लगा दी। घटनास्थल के नजदीक ही रेलवे स्टेशन भी है।
भिंडत के बाद हुए क्रेश
बताया जा रहा है कि दो फाइटरों के भिड़ंत होने के बाद ेें्र्रक्रेश हुए है। इस तरह का हादसा करीब 18 साल पहले भी हुआ था।  अभी एक प्लेन का मलबा तो जंगल में मिल गया है और दूसरे प्लेन का मलबे की जंगल में तलाश की जा रही है। साथ ही एयरफोर्स की टीम हेलीकाप्टर से मौके पर पहुंच चुकी है। उन्होने घटना की जांच शुरू कर दी है।
पैराशुट से कूदकर बचाई जान
 सुखोई और मिराज के बीच भिड़ंत हुई। इसके बाद एक विमान से दो पायलेट पैराशूट से उतरते हुए लोगों को दिखाई दिए। साथ ही एक के बाडी पार्ट मौके पर बिखरे हुए भी दिखे।
एक के हाथ-पैर अलग-अलग मिले
हादसा इतना जोरदार हुआ कि जिस एक की मौत हुई है, उसके जमीन पर एक जगह हाथ पड़ा हुआ था तो उससे कुछ देरी पर उसका पैर पड़ा हुआ था।
गांव या कस्बे में गिरता तो हो जाती बड़ी हानि
यह तो गनीमत रही कि प्लेन क्रेश होने के बाद गांव या कस्बे में न गिरकर जंगल की तरफ गिरे। अगर गांव की तरफ क्रेश होता तो बड़ी जनहानि हो जाती है। जिस जगह प्लेन क्रेश हुआ उसके आस-पास कुछ गांव भी बसे हुए है।
मु यमंत्री शिवराज ने किया ट्वीट
प्रदेश के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वटी कर कहा कि मुरैना के कोलारस के पास वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है। मैंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना के सहयोग के निर्देश दिए हैं। विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की ईश्वर से कामना करता हूं।