-हलवा सेरेमनी के साथ बजट की छपाई शुरू, 1 फरवरी को पेश होगा बजट
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) की मौजूदगी में परंपरागत हलवा सेरेमनी (Traditional Halwa Ceremony) गुरुवार को मनाई गई। हलवा सेरेमनी का आयोजन पूरा होने के साथ ही वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट (Union Budget financial year 2023-24) से संबंधित दस्तावेजों की छपाई की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। हालांकि, इस बार का केंद्रीय बजट पूरी तरह पेपरलेस होगा। वित्त मंत्री एक फरवरी को संसद में बजट पेश करेंगी।
वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में बताया कि निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2023-24 से पहले वित्त मंत्रालय में आयोजित ‘हलवा समारोह’ में भाग लिया। वित्त मंत्री ने अपने हाथों से बजट तैयार करने में शामिल अधिकारियों को हलवा खिलाया। बजट से संबंधित दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत से पहले आयोजित हलवा समारोह में सीतारमण के साथ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, डॉ. भागवत किशनराव कराड और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हलवा सेरेमनी वित्त मंत्रालय के 10 नार्थ ब्लॉक स्थित परिसर में मनाई जाती है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट पूरी तरह ‘पेपरलेस’ पेश किया जाएगा। पारंपरिक तौर पर कागजों पर पेश किया जाने वाला बजट इस बार पूरी तरह डिजिटल फॉर्मेट में पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री के भाषण और बजट 2023-24 की हर जानकारी ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ पर उपलब्ध होगी। यह एंड्रॉयड और एपल के सभी वर्जन पर काम करेगा। हलवा सेरेमनी
हलवा सेरेमनी मनाने की परंपरा और मायने
हलवा सेरेमनी का आयोजन हमेशा बजट की तैयारी पूरी होने के बाद किया जाता है। हलवा सेरेमनी को बजट पूरा होने का भी सूचक माना जाता है। इस सेरेमनी में वित्त मंत्री के साथ वित्त मंत्रालय के सभी बड़े अधिकारी शामिल होते हैं। बजट से जुड़ी जानकारी लीक न जाए, इसके लिए हलवा सेरेमनी पूरी होने के बाद बड़े अधिकारियों समेत 100 कर्मचारी वित्त मंत्रालय के परिसर में ही रहते हैं, जो वित्त मंत्री की ओर से बजट पेश होने के बाद ही निकलते हैं।
वर्षों से जारी है हलवा सेरेमनी की परंपरा
भारतीय संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत मीठा खाकर ही जाती है। इस वजह से बजट का कार्य पूरा होने पर मनाई जाती है। इससे मंत्रालय के कर्मचारियों की मेहनत को सहारा जाता है। इसलिए बजट प्रक्रिया को शुभ मानते हुए पेश करने से पहले हलवा बनाया जाता है। हलवा बनाने की प्रक्रिया में रस्मअदायगी के तौर पर वित्त मंत्री भी कढ़ाई में कलछी को हिलाती हैं और अपने सहयोगियों के बीच इसको बांटती भी हैं। (एजेंसी, हि.स.)