Friday, November 22"खबर जो असर करे"

पर्यटन में निवेश के लिए मध्यप्रदेश में अपार संभावनाएं: मुख्यमंत्री

– जीआईएस में ‘‘पर्यटन में निवेश’’ सेशन में निवेशकों को पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए किया आमंत्रित

इंदौर (Indore)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश (Investment in tourism sector) के लिए अपार संभावनाएं हैं। देश और विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन-स्थलों में भ्रमण करने आते हैं।

मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) के पर्यटन क्षेत्र में निवेश संबंधी सेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का सौंदर्य अद्भुत है। यहाँ धार्मिक पर्यटन के रूप में 2 ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर, माँ नर्मदा के तट है। विश्व धरोहर खजुराहो है। वाइल्डलाइफ टूरिज्म क्षेत्र में मध्यप्रदेश भारत का बाघ, घड़ियाल, गिद्ध, तेंदुआ और चीता स्टेट है। प्रदेश में पर्यटकों की बढ़ती संख्या का लाभ लेते हुए सभी निवेशकों को पर्यटन में निवेश के अवसर तलाशने चाहिए। उन्होंने सरकार की सहयोगात्मक नीतियाँ बताते हुए निवेशकों को हरसंभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया।

पर्यटन एक उभरता हुआ निवेश क्षेत्रः उषा ठाकुर

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की पूर्ति में मध्यप्रदेश का पर्यटन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रदेश पर्यटन क्षेत्र में आकर्षक निवेश नीतियों के साथ साहसिक पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन और एग्रो पर्यटन जैसे नवाचारों के लिए जाना जाता है। प्रदेश में पर्यटन एक उभरता हुआ निवेश का क्षेत्र है।

भारत की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का महत्व बढ़ाः केन्द्रीय पर्यटन सचिव

केन्द्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का महत्व बढ़ा है। कोविड के बाद के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि देशवासी पर्यटन को अपनी जीवन-शैली में महत्व देने लगे हैं। भारत के सभी राज्यों में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या निवेशकों के लिए स्वर्णिम अवसर है।

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव एवं टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि अद्वितीय वन्य-जीवन, ऐतिहासिक विरासत, समृद्ध संस्कृति और धार्मिक तीर्थ-स्थलों के साथ भारत का हृदयप्रदेश मध्यप्रदेश निजी निवेशकों के लिए एक उपयुक्त स्थान है। यहाँ 11 नेशनल पार्क, 24 सेंचुरी, 3 यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट, 2 ज्योतिर्लिंग सहित अनेक विशेषताएँ हैं, जो पर्यटकों को अनायास ही आकर्षित करती है।

प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए विशेष “पर्यटन नीति 2019” बनाई है। पर्यटन नीतियों में प्रमुख रूप से पारदर्शी प्रक्रिया, सस्ती एवं आसान दरों पर निवेशकों को शासकीय भूमि का आवंटन, निवेशकों को हेरिटेज संपत्तियों का आवंटन, निजी निवेश पर पूंजी निवेश अनुदान, मार्ग सुविधा केंद्र (डब्ल्यूएसए) पॉलिसी, जल पर्यटन नीति, ब्रांडेड होटल प्रचार नीति, नीतिगत अनुदान और फिल्म पर्यटन नीति शामिल है। प्रमुख सचिव ने पर्यटन नीति की विशेषताएँ बताते हुए सभी निवेशकों को निवेश के लिए आमंत्रित किया।

सेशन में पर्यटन में निवेश की संभावनाओं और अवसर के संबंध में आमंत्रित डेलिगेट्स ने अपने विचार रखे। द इंडियन होटल कंपनी (ताज) की एग्जीक्यूटिव प्रेसीडेंट रियल स्टेट एंड डेवलपमेंट सुमा वेंकटेश, अबुदांतिया एंटरटेनमेंट लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ विक्रम मल्होत्रा, तमारा लेजर एक्सपीरियंसेस की सीईओ श्रुति शिबुलाल, एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के फाउंडर प्रेसीडेंट कैप्टन स्वदेश कुमार और लाइव हिस्ट्री इंडिया की को फाउंडर और एडिटर मिनी मेनन ने मध्यप्रदेश में पर्यटन-स्थलों में भ्रमण और इन्वेस्टमेंट के स्वयं के अनुभवों को साझा किया। सभी ने बताया कि मध्यप्रदेश की पर्यटन नीति सहज और निवेशक फ्रेंडली है। आसान और सरल प्रक्रिया, पारदर्शी व्यवस्था और सहयोगी अधिकारी इसकी प्रमुख विशेषता है। सभी ने निवेशकों को मध्यप्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया। सेशन में पर्यटन में निवेश संबंधी प्रेजेंटेशन भी दिया गया।

इस अवसर पर प्रबंध संचालक राज्य पर्यटन विकास निगम एस विश्वनाथन, अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड विवेक श्रोत्रिय, संबंधित अधिकारी और द ताज ग्रुप, ओबेराय ग्रुप, द पार्क, क्लब महिंद्रा, ऑरेंज काउंटी, द लीला, वेक्सपोल होटल्स और रिसोर्ट, तमारा ग्रुप, मैरियट ग्रुप, रेडिसन ग्रुप, सरोवर पोर्टिको, हिल्टन ग्रुप, हयात ग्रुप, प्राइड होटल ग्रुप, रॉयल ऑर्बिट, सयाजी ग्रुप, फर्न ग्रुप के सीईओ और प्रतिनिधियों सहित मध्यप्रदेश के लोकल होटल एवं प्रमुख इंटर स्टेट होटल के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। (एजेंसी, हि.स.)