इंदौर। देश के सबसे स्वच्छतम शहर इंदौर में बुधवार को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत विवाद से हुई। दरअसल रतलाम, मंदसौर और नीमच से आए मालवा चैंबर ऑफ कॉमर्स के 47 प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के बाद भी समिट हॉल में नहीं जाने दिया गया। समिट हॉल के चार नंबर गेट पर काफी देर तक व्यापारी अंदर जाने के लिए परेशान होते रहे और जब उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिला तो उन्होंने हंगामा कर दिया।
इस दौरान मौके पर मौजूद मालवा चैंबर ऑफ कॉमर्स के वरुण पोरवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक सप्ताह पहले बैठक हुई थी। हमसे पैसे ले लिए और कहा कि समिट में बायर-सेलर मीट कराएंगे। यहां अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। दो दिन से कह रहे हैं कि एंट्री के लिए आपके पास मेल आएगा, क्यूआर कोड आएगा, लेकिन कुछ नहीं भेजा। हमसे कहा जा रहा है कि रुपये वापस कर देंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारम्भ 10.30 बजे हुआ। इससे करीब दो घंटे पहले समिट हॉल में उद्योगपतियों का प्रवेश शुरू हो गया था। रतलाम, नीचम और मंदसौर के व्यापारी भी सुबह करीब आठ बजे यहां पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें यहां प्रवेश नहीं दिया गया। वे दोपहर 1.30 बजे तक प्रवेश के लिए संघर्ष करते रहे। इसके बाद उन्होंने समिट हॉल के बाहर की हंगामा कर दिया।
ऐसा ही नजारा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान देखने को मिला था। इसे लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल एवं प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा प्रवासी भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में दूसरे देशों से आए भारतीय नागरिकों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया। उन्हें समारोह के मुख्य सभागार में प्रवेश नहीं दिया गया।(हि.स.)