Friday, September 20"खबर जो असर करे"

सतनाः हर्षोल्लास मनाया गया नागौद नगर का गौरव दिवस

सतना(Satna)। नववर्ष के उपलक्ष्य में नगर परिषद नागौद (Nagar Parishad Nagaud) की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर रविवार को नागौद का गौरव दिवस (pride day) हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक नागेंद्र सिंह (MLA Nagendra Singh) की अध्यक्षता में अगोल मैदान में आयोजित गौरव दिवस के कार्यक्रम में नागौर शहर के विकास और प्रगति के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान करने वाले नागरिकों को सम्मानित भी किया गया।

इस मौके पर रैगांव विधायक कल्पना वर्मा, पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह, यादवेंद्र सिंह, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेंद्र सिंह, पूर्व योजना समिति सदस्य यतेंद्र सिंह, शीवेंद्र प्रताप सिंह, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उपाध्यक्ष प्रतीक्षा सिंह, पूर्व अध्यक्ष भूमि विकास बैंक वीरेंद्र सिंह, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष रामकुमार अग्रवाल, कामांक्षा कुमारी, उदय प्रताप सिंह, मो. हामिद सहित, एसडीएम धीरेंद्र सिंह, एसडीओपी भारतेंदु शर्मा, बड़ी संख्या में नागौद शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

नागौद के गौरव दिवस कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक नागेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्णय अनुसार पूरे राज्य में प्रत्येक नगर परिषद और शहर के गौरव दिवस मनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी शहर तब तक प्रगति नहीं कर सकता जब तक वहां के प्रत्येक नागरिक में यह स्वाभिमान जागृत नहीं हो कि यह शहर मेरा है और इसे सर्वश्रेष्ठ बनाना है। उन्होंने कहा कि यही भावना हमारे नागौद शहर को सर्व-सुविधा युक्त और सर्वश्रेष्ठ नगर बनाएगी।

विधायक कल्पना वर्मा ने कहा कि नगर परिषद नागौद ने सभी राजनैतिक, सामाजिक, स्वयंसेवी संगठनों को साथ लेकर गौरव दिवस मनाने का फैसला लिया है, यह सराहनीय कदम है। नगर विकास और सौंदर्यीकरण में राजनीति से ऊपर उठकर सहयोग किया जाना चाहिए।

पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह ने कहा कि भेलसाय युद्ध से लेकर स्वतंत्रता, कृषि सहित हर क्षेत्र में नागौद का नाम पूरे देश में पहचाना जाता है। नागौद का इतिहास इस बात का साक्षी रहा है कि नागौद हमेशा ही हर क्षेत्र में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि विंध्य प्रदेश के गठन और उसकी नीतियां नागौद के रेस्ट हाउस में ही बनती रही हैं। नागौद को विंध्य प्रदेश की राजधानी बनाने का भी प्रयास हुआ, लेकिन नौगांव उसकी राजधानी बनी। उन्होंने नगरवासियों से आग्रह किया कि समाज में चारित्रिक पतन नहीं होने दें और देश-प्रदेश की पुरातन संस्कृति, परंपरा को कायम रखने में अपना योगदान दें। पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह ने कहा कि नागौद की विशेषता रही है कि क्षेत्र और नगर के विकास में वैचारिक भिन्नता होने के बावजूद विकास के मामले में समानता और सहयोग परस्पर बना रहता है।

कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप राज्य भर में नगर और गांव के गौरव दिवस मनाए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य है कि हम जिस स्थान पर रहते हैं वह स्थान गौरवपूर्ण है। स्थान से जुड़े और उसके गौरवशाली अतीत एवं परंपराओं के स्वरूप का ज्ञानार्जन करें। नगर परिषद नागौद 1 जनवरी को अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण कर रही है। नए वर्ष की शुरुआत के दिन नागौद का गौरव दिवस मनाने सभी की एकजुटता विलक्षण ही देखने को मिलती है। कलेक्टर ने कहा कि नगर परिषद नागौद स्वच्छता के क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ा रही है। पूरे जोन में नगर परिषद नागौद 315वीं रैंक से ऊपर 18वीं रैंक पर पहुंची है। हम सब मिलकर इसे प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास करेंगे।

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हम सब नगरवासी यह संकल्प लें कि अपने नगर को सर्वश्रेष्ठ और भविष्य की जनसंख्या के अनुसार सर्व सुविधा युक्त शहर बनाने में अपना श्रेष्ठ योगदान देंगे। पूर्व जिला पंचायत सदस्य यतेंद्र सिंह ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र का विस्तार सीमा से लगे गांवों में किया जाए और अमरन नदी के किनारे के तटों पर ग्रीन बेल्ट विकसित करना जरूरी होगा। कार्यक्रम को नगर परिषद की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, पूर्व अध्यक्ष रामकुमार अग्रवाल, उदय प्रताप सिंह, मो. हामिद, कामांक्षा कुमारी िंसंह ने भी संबोधित किया।

गौरव दिवस के अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष ने अतिथियों के अलावा नागौद शहर के राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, साहित्य एवं रचनात्मक क्षेत्रों में अपना श्रेष्ठ योगदान करने वाले संस्था के पदाधिकारियों का शाल-श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया। इस मौके पर रामलीला समिति अगोल मैदान, अविरल अमरन के संयोजक चंदन सिंह, फकीर टोली नागौद, लक्ष्मी सेवा समिति, गुरुदेव समिति, सामाजिक संगठन डान बाबा संस्कृति समिति नरोहिल, पूर्व प्राचार्य धीरेंद्र सिंह, शिक्षक दादूराम, रिटायर्ड डीएसपी उपेंद्र सिंह, डॉ वेंकटेश अग्रवाल, कोच अरुण कुमार सिंह, पुष्पराज सिंह, निवेदिता पाठक, जितेंद्र सिंह जीतू, अर्चना गोयल और नगर परिषद के सीएमओ संजय शुक्ला को भी शाल-श्रीफल से सम्मानित किया गया। नागौद के गौरव दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं मध्यप्रदेश गान से किया गया। दूसरे चरण में स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं एवं गीत-संगीत से जुड़ी संस्थाओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। नगर के गौरव दिवस पर रात्रि में कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ। (एजेंसी, हि.स.)