जेलेंस्की ने अपने ट्वीट में कहा कि मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और जी-20 की सफल अध्यक्षता की कामना की। इसी मंच पर मैंने शांति फार्मूले की घोषणा की और अब मैं इसे आगे बढ़ाने में भारत की भागीदारी की उम्मीद करता हूं। मैं मानवीय सहायता और संयुक्त राष्ट्र में समर्थन के लिए भी धन्यवाद देता हूं।
फरवरी में यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद से मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ-साथ जेलेंस्की से भी कई बार बात की। इससे पहले 4 अक्टूबर को जेलेंस्की के साथ मोदी की फोन पर बातचीत हुई थी। इस दौरान मोदी ने कहा था कि कोई सैन्य हल नहीं हो सकता है और भारत किसी भी शांति प्रयास में योगदान देने के लिए तैयार है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का नजरियाः भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की है। हमारा देश इस बात पर कायम है कि इस मुद्दे का समाधान कूटनीति और बातचीत के माध्यम सेकिया जाना चाहिए।
इस बीच, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस बातचीत को तैयार है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस की ओर से यूक्रेन पर नए हमले किए जा रहे हैं। (हि.स.)