पुलिस ने बताया कि सीमावर्ती लकी मरवत के बरगई पुलिस स्टेशन पर आतंकियों ने हमला किया। आतंकियों के पास हथगोले और रॉकेट लांचर सहित घातक हथियार थे। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आतंकी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने संदिग्ध आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी अभियान चलाया।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री महमूद खान ने हमले को कायरतापूर्ण कृत्य बताया और प्रांतीय पुलिस प्रमुख से तत्काल रिपोर्ट मांगी है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शोक जताते हुए परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने हमले की निंदा की।
हमले की किसी भी समूह ने अभी जिम्मेदारी नहीं ली है। उल्लेखनीय है कि पुलिस पर हुए पिछले हमलों की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली थी। 2007 में कई आतंकी संगठनों के एक समूह के रूप में स्थापित टीटीपी ने जून में संघीय सरकार के साथ हुए संघर्ष विराम को वापस ले लिया था और अपने लड़ाकों को देशभर में हमले करने का आदेश दिया था। पिछले महीने आतंकियों ने एक पुलिस गश्ती वाहन पर हमला किया था, जिसमें एक ही क्षेत्र में सभी छह पुलिसकर्मी मारे गए थे।