Friday, November 22"खबर जो असर करे"

मप्र के एमएसएमई विभाग को मिला प्रतिष्ठित स्कॉच गोल्ड अवार्ड

– क्लस्टर विकास को बढ़ावा देने के लिए मिला अवार्ड

भोपाल। एमएसएमई विभाग (MSME Department) को कलस्टर आधारित उद्योगों के विकास (Development of cluster based industries) के लिए स्कॉच ग्रुप द्वारा नई दिल्ली में सोमवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस श्रेणी (Ease of Doing Business Category) में एमएसएमई ट्रांसफॉर्मेशन थ्रू फोस्टरिंग क्लस्टर डेवलपमेंट के लिए स्कॉच गोल्ड अवार्ड से सम्मानित (Awarded Scotch Gold Award) किया गया।

स्कॉच ग्रुप के अध्यक्ष समीर कोचर और पीएम के पूर्व सलाहकार और सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के सदस्य अमरजीत सिन्हा ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के सचिव और उद्योग आयुक्त पी. नरहरि को पुरस्कार प्रदान किया।

पुरस्कार प्राप्त करने पर नरहरि ने कहा कि भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को तभी साकार किया जा सकता है जब एमएसएमई को वह स्थान दिया जाए जिसके वे हकदार हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की कल्पना को साकार कर रहे हैं।

उन्होंने विभाग की इस पहल को समझने के लिए स्कॉच टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रगतिशील दृष्टिकोण को जारी रखते हुए, एमएसएमई विभाग विशेष पैकेज के माध्यम से एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार राज्य में सक्रिय कदम उठाने का इरादा रखती है।

उन्होंने बताया कि राज्य में एमएसएमई को पिछले डेढ़ साल से क्लस्टर आधारित विकास के दृष्टिकोण से प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्तमान में, खिलौने, फर्नीचर, कपड़ा, वस्त्र, फार्मास्यूटिकल्स और बहु-उत्पाद जैसे विभिन्न क्षेत्रों में 45 क्लस्टर विकसित किए जा रहे हैं जबकि अन्य 55 क्लस्टर भी तैयार किए जा रहे हैं। राज्य सरकार जून 2023 तक मध्य प्रदेश में लगभग 100 एमएसएमई क्लस्टर बनाने का इरादा रखती है।

स्कॉच समूह 1997 से समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक प्रमुख परामर्श संस्था और थिंक-टैंक है। (एजेंसी, हि.स.)