अहमदाबाद । गुजरात के इतिहास में सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गांधीनगर में नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में आयोजित समारोह में पटेल को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। पटेल के साथ 16 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। इनमें 8 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
भूपेंद्र पटेल के अलावा भाजपा विधायक कनुभाई देसाई (पारदी), रुशिकेश पटेल (विसनगर), राघवजी पटेल (जामनगर रूरल) और बलवंत सिंह राजपूत (सिधापुर) ने मंत्री पद की शपथ ली। कुवारजी बावालिया (जसदान), मुलुभाई बेरा (खंभालिया), डॉ. कुबेर दिनदोर (संतरामपुर, एसटी) भानुबेन बाबारिया (राजकोट रूरल एसची) ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा विधायक हर्ष संघवी (माजुरा सूरत) और जगदीश विश्वकर्मा (निकोल अहमदाबाद) ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में पद और गोपनीयत का शपथ ली। प्रफुल पानशेरिया (कामरेज), भिखूसिंह परमार (मोडासा), कुंवरजी हलपति (मांडवी सूरत) को भी मंत्री बनाया गया है।
हार्दिक पटेल और अल्पेश को नहीं मिली जगह
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर को मंत्रियों की इस लिस्ट में जगह नहीं मिली। हालांकि, इसे लेकर हार्दिक पटेल का बयान भी सामने आया है। हार्दिक पटेल ने कहा, मैं बहुत युवा विधायक हूं। मैं पार्टी के लिए काम करने में विश्वास रखता हूं। ये पार्टी को फैसला करना है कि किसे कैबिनेट में रखना है या नहीं। मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं खुशी से उसे स्वीकार करूंगा।
हाल में संपन्न हुए गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 में से रिकॉर्ड 156 सीट जीती है। यह गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा की लगातार सातवीं जीत है। कांग्रेस को 17 और आम आदमी पार्टी (आप) को पांच सीट पर जीत मिली है। पटेल (60) ने शुक्रवार को अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ शु्क्रवार को इस्तीफा दे दिया था, ताकि राज्य में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो सके।
भूपेंद्र पटेल को शनिवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात करके अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया था। पटेल ने घाटलोडिया सीट पर 1.92 लाख मतों के अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वी को मात दी। पटेल को पिछले साल सितंबर में विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद राज्य की कमान मिली थी।