Sunday, November 10"खबर जो असर करे"

9 वें कल्याण महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में 22 जून को भव्य शोभायात्रा के साथ महाकुंभ होगा प्रारंभ

निंबाहेड़ा ! मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ के 19 वें कल्याण महाकुंभ को भव्यतम रूप देने के लिए वेदपीठ के पदाधिकारियों, न्यासियों, आचार्यों, बटुकों, वीर वीरांगनाओं, शक्ति ग्रुप की बालिकाओं, कृष्णा शक्ति दल की माता-बहनों एवं बड़ी संख्या में कल्याण भक्तों द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कल्याण नगरी का प्रत्येक वाशिंदा इस महाकुंभ को द्विगुणित करने के लिए पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ तत्परता से जुटा हुआ हैं। वेदपीठ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि महाकुंभ के प्रथम दिवस 22 जून को आयोजित होने वाली भव्य शोभायात्रा के साथ अष्ट दिवसीय महाकुंभ प्रारंभ हो जाएगा। इस शोभायात्रा दशहरा मैदान स्थित ढाबेश्वर महादेव से प्रात: 7 बजे प्रारंभ होगी। जिसमें मुख्य आकर्षण पूना के 70 कलाकारों का बैंड, हाथी, घोड़े, ऊंट, ऊंट गाड़िया, झांकियां, 11 स्थानीय बैंड, 21 मालवीय ढोल, केसरियां बाना पहने बटुक, वीर-वीरांगनाएं, 2100 कलश धारण किए माता-बहनों के साथ ही 300 गांवों की प्रभात फेरियों के समागम सहित कई आकर्षण केन्द्र होंगे। शोभायात्रा का नगरवासी भी पग पग पर पलक पावड़े बिछाकर स्वागत करने के साथ ही नगर भ्रमण पर निकले कल्याण नगरी के राजाधिराज ठाकुर श्री कल्लाजी के रथ की पूजा अर्चना कर स्वयं को धन्य करेंगे। शोभायात्रा का विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों द्वारा आत्मीय स्वागत अभिनन्दन किया जाएगा। इस शोभायात्रा में कल्याण नगरी के साथ ही आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही मेवाड़, मालवा, हाड़ौती, मारवाड़, वागड़ सहित देश के कई क्षेत्रों से हजारों कल्याण शोभायात्रा में शामिल होकर नगर में अपार जन गंगा प्रवाहित होने का विलक्षण दृश्य प्रकट करेंगे।

द्वादश अक्षर मंत्र जाप हुए तिगुने से अधिक

कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा से वेदपीठ के आचार्यों, बटुकों एवं कल्याण भक्तों द्वारा सवा करोड़ द्वादशाक्षर मंत्र ओम नमों भगवते वासुदेवाय का जाप किया जा रहा हैं। जिसके तहत अब तक लक्ष्य से तिगुने चार करोड़ जाप किए जा चुके हैं।

श्रीमद् नारदीय महापुराण का पारायण जारी

19 वें कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में इस वर्ष आयोजित होने वाली श्रीमद नारदीय महापुराण कथा के उपलक्ष्य में अब तक 121 यजमानों द्वारा नारदीय महापुराण के लिए पंजीयन कराया जा चुका हैं। वेदपीठ के पदाधिकारियों ने बताया कि ध्यानकेन्द्र में वेदपीठ के बटुकों द्वारा यजमानों से पूजन कराने के साथ ही नारदीय महापुराण का पारायण किया जा रहा हैं। वेदपीठ द्वारा आयोजित कल्याण महाकुंभ के दौरान पुराणों की आध्यात्मिक व्याख्या की श्रृंखला में इस वर्ष व्यंकटेश बालाजी दिव्यधाम अलवर के स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज के मुखार्विंद से प्रदेश में पहली बार कल्याण नगरी में नारदीय महापुराण का रसामृत पान करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। यह कथा 22 जून से 29 जून तक अपराह्न 3 बजे से वेदपीठ परिसर में आयोजित होगी। इस कथा मण्डप को नैमिशाराणय तीर्थ का नाम दिया गया हैं। वहीं समूचे परिसर को सिद्धाश्रम तीर्थ निरूपित किया गया हैं।

पंच दिवसीय 51 कुण्डीय श्री विष्णु महायज्ञ 25 जून से

कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में पंच दिवसीय 51 कुण्डीय श्री विष्णु महायज्ञ आषाढ़ कृष्णा चतुर्थी से अष्टमी यानि 25 से 29 जून तक प्रात 7 बजे से वेदपीठ परिसर में आयोजित किया जाएगा। वेदपीठ के पदाधिकारियों ने बताया कि अब तक 1600 से अधिक यजमानों का पंजीयन कराया जा चुका हैं। वहीं  यज्ञ में भागीदारी के लिए भक्तों को जोड़ने के साथ ही दूरदराज से संदेश प्राप्त हो रहे है जिससे यह आशा है कि  यज्ञ में भागीदारी निभाने वाले यजमानों की संख्या लगभग 2000 से अधिक हो जाएगी। यज्ञशाला को नारदीय यज्ञशाला के रूप में निरूपित किया गया हैं।

विशाल आध्यात्मिक वाहन रैली 21 को

कल्याण महाकुंभ के कल्याणनगरी के सघन एवं आध्यात्मिक जन जागरण के वेदपीठ से जुड़े वीर बालक, कल्याण भक्तों एवं पदाधिकारियों द्वारा 21 जून को संध्या वेला में वेदपीठ परिसर से विशाल आध्यात्मिक वाहन रैली प्रारम्भ की जाएगी। जो ढोल नगाड़ों और डीजे साउंड के साथ नगर के प्रत्येक क्षेत्र में भ्रमण कर नगर वासी को आठो दिन कल्याण महाकुम्भ में भागीदारी के लिये भाव भरा आमंत्रण देकर भक्तों को  महाकुंभ में सक्रिय  भागीदारी का आह्वान किया जाएगा।

प्राकट्योत्सव एवं दिव्य दर्शन 29 जून को

यह विशेष संयोग ही हैं कि 29 जून 2005 के बाद 20 वें स्थापना दिवस पर इस वर्ष भी तिथि और तारीख एक ही हैं। जिस दिन पंचदेवों की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। इस दिन प्रात साढ़े 8 बजे विष्णु महायज्ञ की पूर्णाहुति, प्रातः 9 बजे मातृपितृ पूजन, प्रात सवा 11 बजे मंदिर पर ध्वजारोहण तथा दोपहर सवा 12 बजे भव्य शंखनाद के साथ ठाकुरजी के दिव्य दर्शन दोपहर 12.32 बजे होंगे। अपने प्रकार के इस भव्य आयोजन की व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। वहीं मेवाड़, मालवा, वागड़, मारवाड़ सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से कल्याण भक्तों द्वारा कल्याण महाकुंभ में भागीदारी के लिए वेदपीठ को प्रतिदिन बड़ी संख्या में संदेश प्राप्त हो रहे हैं। पदाधिकारियों ने बताया कि  आध्यात्मिक श्रृंखला के साथ साथ सामजिक परिवेश को दृढ़ता प्रदान करने के लिए मातृ पितृ पूजन का आयोजन वर्तमान परिपेक्ष में वेदपीठ का अनुकरणीय प्रयास है जिसके माध्यम से एकल परिवार के युग में सामूहिक परिवार की अवधारणा को बल मिल सकेगा।

सातों दिन भव्य भजन संध्या एवं कवि सम्मेलन

कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में वेदपीठ परिसर में स्थापित कथा मंडप में ठाकुर श्री की महाआरती के पश्चात अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ ही शेष सातों दिन भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसके तहत 22 जून को नगर के रामायण मंडलों द्वारा सामूहिक सुंदरकांड, 23 को श्याम रंगीला बजरंग मित्र मंडल की भजन संध्या, 24 को अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन, 25 को अखिलेश ठाकुर द्वारा खाटूश्यामजी की भजन संध्या, 26 को प्रख्यात गायक गोकुल शर्मा की भजन संध्या, 27 को पंडित रोहित भूषण के साथ ही 28 जून को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध प्राप्त हेमंत ब्रजवासी की भजन संध्या होगी।

गुरू ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ जारी

सर्व-धर्म-समभाव की प्रतीक वेदपीठ पर मंगलवार से गुरू ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ प्रारंभ हुआ, जो 20 जून को सुखमणी साहिब के पाठ के साथ कणहा प्रसाद वितरण के साथ संपन्न होगा। वेदपीठ की ओर से ज्ञानियों एवं ग्रंथियों का स्वागत करने के साथ गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ अनवरत जारी हैं।

20 को नवकार मंत्र का जाप व परंपरागत रात्रिजागरण

          महाकुंभ के तहत 20 जून को सकल जैन समाज की ओर से सामूहिक नवकार मंत्र जाप के साथ ही कृष्णा शक्ति दल की माता-बहनों द्वारा परंपरागत रात्रिजागरण कर ठाकुरजी को महाकुंभ में समस्त देवों सहित कल्याण नगरी में ही विराजित रहने का आग्रह किया जाएगा।

देवालयों में दिया भाव भरा आमंत्रण

          कल्याण महाकुंभ में समस्त देवों की भागीदारी की कामना के साथ वेदपीठ की ओर से मंगलवार को कल्याण नगरी के सभी 135 मंदिरों एवं देवालयों में अक्षत, पुष्प, सुपारी, ईत्र, नारियल अर्पित कर वीर-वीरांगनाओं द्वारा भाव भरा आमंत्रण दिया गया हैं।