इंग्लैंड के साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का दावा है कि इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप 3800 साल पहले उत्तरी चिली में आया था। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 9.5 आंकी गयी थी। हालात ये हो गए थे कि उस समय भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को एक हजार साल तक के लिए समुद्र तटों को छोड़ना पड़ा था।
शोधकर्ता प्रोफेसर जेम्स गोफ के मुताबिक उनके पास इस बात की पुष्टि के लिए पर्याप्त सबूत व आधार हैं। इस शोध से पहले 22 मई, 1960 को चिली के वाल्डिविया में आए भूकंप को सबसे बड़ा भूकंप माना जाता था। इसकी तीव्रता 9.4 से 9.6 के बीच थी। दक्षिणी चिली में आए इस भूकंप में छह हजार से अधिक लोग मारे गए थे।
आइये जानते हैं विश्व इतिहास के कुछ बड़े भूकंपों के बारे में-
12 जनवरी, 2010: हैती में आये 7.0 तीव्रता वाले भूकंप में 3,16,000 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद इस देश की ऐतिहासिक संरचना और भौगोलिक स्वरूप में हमेशा के लिए व्यापक बदलाव हो गया था।
16 दिसंबर, 1920: चीन के हाईयुआन में 7.8 तीव्रता से भूकंप आया था। इस भूकंप में दो लाख से अधिक लोगों की मौत हुई थी। दशकों तक इस भूकंप की भयावहता के नकारात्मक परिणाम अनुभव किये गए थे।
1 सितंबर, 1923: जापान के कांतो में तेज भूकंप आया था। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 दर्ज की गयी थी। भूकंप की चपेट में आकर 1,42,800 लोगों की मौत हुई थी। भारी संख्या में लोग अपाहिज हुए थे।
15 जनवरी, 1934: नेपाल और भारत के बिहार राज्य को भीषण भूकंप का सामना करना पड़ा था। उस भूकंप की तीव्रता 8.0 दर्ज की गयी थी। इस भूकंप में 10,600 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी। हजारों लोग बेघर व अपाहिज हो गए थे।
22 मई, 1960: तीव्रता के लिहाज से अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप चिली में आया था। रिक्टर स्केल पर 9.5 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से आई सुनामी से दक्षिणी चिली, हवाई द्वीप, जापान, फिलीपींस, पूर्वी न्यूजीलैंड, दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में भयानक तबाही मची थी।
27 जुलाई, 1976: चीन के तांगशान में आए 7.5 तीव्रता के इस भूकंप के कारण 2,42,769 लोगों की जानें गई थीं। इस आपदा के कारण स्थितियां अस्त-व्यस्त हो गयी थीं, जिनसे निपटने में वर्षों लगे थे।
26 दिसंबर, 2004: इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.1 की तीव्रता से जोरदार भूकंप आया था। इस भूकंप में 2,27,898 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। इसका असर कई देशों पर पड़ा और यहां के लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
25 अप्रैल, 2015: नेपाल ने 7.8 तीव्रता के भूकंप का सामना किया था। इस विनाशकारी भूकंप में 9,000 से ज्यादा लोग मारे गए और 23,000 से ज्यादा घायल हुए। इसका केंद्र नेपाल से 38 किलोमीटर दूर लामजुंग में था। (हि.स.)