नई दिल्ली, 15 जुलाई (एजेंसी)। रोहिणी जिले के विजय विहार थाना पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए किशोरी और दो युवतियों समेत चार को पकड़ा है। जिनके पास से नौ नोटपैड,शॉपिंग विला के लिए” लिखा हुआ एक स्टैंप, एचडीएफसी बैंक डेबिट कार्ड, एक पासबुक और एक पार्सल,डिलीवरी के लिए बारकोड के साथ तीन पैक पार्सल, टेप का एक पैक, स्टेपलर , फेविकोल और बारकोड के दो बंडल, 78 खाली बॉक्स,60 पैक्ड बॉक्स,एक लैपटॉप और सात मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
एक आरोपित की पहचान बेगमपुर एक्सटेंशन में रहने वाले अरुण कुमार के रूप में हुई है। आरोपित लोगों को सस्ते में फोन देने के लिए संपर्क करते और बदले में उनको पार्सल में पत्थर आदि रखकर दे दिया करते थे।
डीसीपी प्रणव त्याल ने शुक्रवार को बताया कि आरोपित 48 सौ रुपये में मोबाइल फोन को देने का झांसा देकर लोगों से रुपये ऐठ रहे थे। जिनमें बिहार और झारखंड के दूर-दराज के इलाकों के भोले-भाले लोग शामिल है।
विजय विहार पुलिस को इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर चलने की पुख्ता सूचना मिली थी, जो मोबाइल फोन पर छूट देने के बहाने लोगों को ठग रहे हैं। इसकी जानकारी एसीपी रोहिणी और एसएचओ से साझा की गई। फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करने के लिए एसआई योगेश कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों की टीम को तैनात किया गया। पुलिस टीम ने बुद्ध विहार फेज-1 स्थित एक मकान में छापेमारी की। जहां से आरोपित अरुण कुमार और किशोरी व दो युवतियों को पकड़ा। पूछताछ करने पर पता चला कि कॉल सेंटर में काम करने वाली महिला कर्मचारी बिहार और झारखंड के दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को कॉल करती थी।
वे फोन पर 48 सौ रुपये की कीमत पर फोन डिलीवर करने के लिए ऑर्डर लेते थे। कैश ऑन डिलीवरी के ऑर्डर कंफर्म किए जाते ताकि ये भोले-भाले लोग उन पर भरोसा कर सकें। बाद में, सिक्का और ढली हुई रेत वाला एक पार्सल ग्राहकों को भेजा दिया जाता था। कॉल सेंटर दो महीने से चला रहे थे। पुलिस अरुण के बैंक खातों और मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगालकर जानने की कोशिश कर रही है कि अभी तक कितने लोगों से ठगी की है।