ग्वालियर। जनकगंज इलाके मे एक लैट मे नकली हेल्थ पाउडर बनाने के कारखाने पर पिुलिस ने रविवार शाम को छापा डाला है। यहां एम सत्यम फार्मेसी के नाम से नकली आयुर्वेदिक दवाईयां बनाई जा रही थी। इससे न केवल लोगों के स्वास्थ से खिलवाड़ किया जा रहा था वल्कि कंपनी को लाखों रूपए का चूना लग रहा था। छापे में रैपर, स्टीकर, रफ पैकिंग, खुली मात्रा मे रॉ मटेरियल मशीन सहित करीब 20 लाख का माल मिला है। कारखाने को चलाने वाला संचालक और एक कर्मचारी को पुलिस ने दबोच लिया है।
पुलिस के मुताबिक एम सत्यम फार्मेसी के संचालक मनोज शर्मा ने एसपी से शिकायत की थी कि उनकी कंपनी के नाम से नकली हेल्थ पाउडर बनाकर शहर मे कम दामों मे सप्लाई की जा रही है। इसके बाद थाटीपुर थाना प्रभारी विनय शर्मा को इस नकली कारखाने का पर्दाफाश करने की जि मेदारी दी गई। उन्होने जनकगंज थाने के एसआई पाराशर के साथ मिलकर शशि अपार्टमेंट के लैट नंबर जी-2 मे छापा मारा। वहां को नजारा देखकर पुलिस दंग रहे गई। वहां भारी मात्रा मे एम सत्यम फार्मा के नाम का उपयोग करके नकली हैल्थ पाउडर और हेल्थ ब्यूटी पाउडर मिला। इसके अलावा रैपर, खाली डिब्बे भी मिले हैं। यह कारखाना कोई भरत कुशवाह चला रहा है। पुलिस ने भरत और एक कर्मचारी सांखला को पकड़ लिया है।
50 रूपए सस्ते मे शहर मे सप्लाई
एम सत्यम फार्मेसी के नाम से डिब्बों मे पैक करके यह हेल्थ पाउडर और हेल्थ ब्यूटी पाउडर शहरभर मे सप्लाई हो रहा था। यह असली कंपनी के नाम से नकली माल बेचता था। दुकानदारों को करीब 50 रूपए प्रति डिब्बा सस्ता देता था। दुकानदार भी सस्ते के चक्कर मे यह माल खरीदा करते थे। अब पुलिस उन दुकानदारों का भी पता कर रही है जो यह नकली माल खरीदा करते थे।
मिस ब्रान्डिंग का खेल
यह जो नकली माल बेचता था उसमे मिस ब्रान्डिंग का खेल था। इसलिए ग्राहक भी इस नकली खेल का नहीं समझ पाते ओर असली सत्यम फार्मेसी का समझकर उपयोग करके लिए दुकानों से लेकर जाते थे। लेकिन यह शरीर के लिए काफी हानिकारक था। क्योंकि कई ऐसी चीजों की इस पाउडर मे मिलावट की जाती जो जानलेवा होती थी।
सीधी बात
छापे के दौरान कुछ एलोपेथिक दवाईयां भी मिली है, जो इस पाउडर मे मिलाई जाती थी। जो कि जीवन के लिए खतरनाक है। इनके पास न लाइसेंस है न ही कोई टेस्टिंग करते हैं। सामान को सील करके आयुष विभाग के द्वारा सेंपल भिजवाया जाएगा। कहां-कहां सप्लाई करते है। किस दुकानदार को बेचते है उनका भी पता किया जा रहा है।
राजेश दंडौतिया, एएसपी