मुंबई। अपनी पहली रिलीज के तीस साल बाद, निर्देशक राकेश रोशन 1995 की फिल्म करण अर्जुन को बड़े पर्दे पर वापस ला रहे हैं। फिल्म की दुनिया भर में फिर से रिलीज से पहले, राकेश रोशन ने इसे एक ‘सामाजिक प्रयोग’ करार दिया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि दर्शक बदल गए हैं या नहीं। करण अर्जुन की फिर से रिलीज के साथ, राकेश कहते हैं कि वह देखना चाहते हैं कि क्या कहानी वही भावनाएं जगाती है। स्क्रीन के साथ इस विशेष साक्षात्कार में, निर्देशक और निर्माता ने यह भी बताया कि यह फिल्म कई मायनों में पहली बार थी, और साझा किया कि शाहरुख खान ने शुरुआत में फिल्म से हाथ खींच लिया था और उनकी जगह आमिर खान ने ले ली थी। अजय देवगन के फिल्म छोड़ने के बाद, सलमान खान को लाया गया। यह पहली फिल्म भी थी जिसमें ऋतिक रोशन सहायक निर्देशक थे।
एक खास बातचीत में राकेश रोशन ने बताया कि उनके और उनके डायलॉग राइटर के अलावा किसी को भी इस प्रोजेक्ट पर भरोसा नहीं था। उन्होंने कहा, “जब मैंने फिल्म की घोषणा की, तो मेरे दो वितरक पीछे हट गए क्योंकि फिल्म में दो रोमांटिक हीरो थे। उन्होंने इससे पहले एक्शन फिल्म नहीं बनाई थी। जब मैं यह फिल्म बना रहा था, तब किसी को भी इस पर भरोसा नहीं था, लेकिन सभी को मुझ पर भरोसा था और जब यह रिलीज हुई तो दर्शकों ने इसे हाथोंहाथ लिया । ”
डायरेक्टर-प्रोड्यूसर राकेश रोशन ने फिल्म के बारे में बात करते हुए बताया कि पहले उनकी फिल्म में शाहरुख खान और अजय देवगन कास्ट हुए थे. शाहरुख ने भी बताया था कि उन्हें अजय देवगन का किरदार चाहिए था क्योंकि उसके पास कई सारे एक्शन सीन्स थे. लेकिन डायरेक्टर ने उनकी बात नहीं मानी और वो फिल्म से बाहर निकल गए.
उनकी जगह सलमान फिल्म में आ गए. इसके बाद, अजय ने भी फिल्म छोड़ दी थी. वो फिर आमिर खान के पास फिल्म की कहानी लेकर गए, जो उन्हें पसंद आ गई थी. जब शाहरुख को पता चला कि फिल्म की शूटिंग सलमान और आमिर संग शुरू हो गई है, तो वो राकेश रोशन के पास पहुंच गए. और उनसे कहा कि अब वो फिल्म करना चाहते हैं.
राकेश रोशन ने आगे खुलासा किया कि शुरू-शुरू में शाहरुख और सलमान को फिल्म पर विश्वास नहीं था. उन्होंने बताया, ‘शाहरुख को पुनर्जन्म की कहानी पर भरोसा नहीं था. सलमान मुझे कहते कि राकेश जी आपने कहा था कि आप एक बड़ी फिल्म बना रहे हैं, लेकिन आप तो हमें राजस्थान ले आए. मैंने उन्हें कहा कि सलमान आप एक्टर हैं आपको ये सोचने की जरूरत नहीं कि मैं कहां फिल्म बनाऊंगा. उन दोनों ने धीरे-धीरे फिल्म से अपना इंट्रेस्ट खो दिया था.’
राकेश रोशन ने बताया कि जब फिल्म का शॉट तैयार होता था, तब दोनों एक्टर्स सेट पर नहीं होते थे. उन्हें बुलाना पड़ता था, और जबतक वो आते थे तभी सूरज ढलने का समय हो जाता था. उन्हें जल्द से जल्द सूरज ढलने से पहले शॉट खत्म करना पड़ता था. डॉक्यूमेंट्री में शामिल एक्टर शत्रुघन सिन्हा ने भी इस वाकये पर शाहरुख और सलमान के बारे में कहा- फिल्मी भाषा में कहा जाए तो दोनों ने राकेश जी को बहुत सताया था. वो उनका मजाक बनाते थे और उनके साथ सहयोग नहीं करते थे.
खुद शाहरुख ने भी अपने बर्ताव पर कहा कि हमनें उन्हें यानी राकेश रोशन को काफी सताया था. क्योंकि हम दोनों ही काफी शरारती थे और परेशान किया करते थे. पिंकी जी, जो राकेश जी की पत्नी थीं वो हमपर बहुत गुस्सा करती थीं कि तुम उन्हें काफी तंग कर रहे हो. मैंने तुमसे ये उम्मीद नहीं की थी. मैं उन्हें कहता था कि मैंने कुछ नहीं किया, सलमान तंग करता है. मैं दिखने में शरीफ लगता हूं. हम दोनों दो जवान बच्चों की तरह थे जो एक पिता समान आदमी को परेशान किया करते थे.
इन सभी मुसीबतों के बावजूद, राकेश रोशन ने फिल्म को बनाया और वो उस समय की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी. शाहरुख ने बताया कि उन्हें फिल्म की सक्सेस पर विश्वास नहीं हुआ था. उन्होंने अपनी गलती सुधारने के लिए राकेश रोशन के पैर पकड़ लिए थे और उनसे माफी मांगी थी.
राकेश रोशन की डॉक्यूमेंट्री ‘द रोशन्स’ 17 जनवरी से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है. इसमें कई कलाकारों ने आकर उनके और उनके परिवार के बारे में ढेर सारी बातें की. और उनकी लीगेसी के बारे में ऑडियंस को भी बताया.