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म्यांमार: आंग सान सू की को सात साल की सजा, 33 साल बिताने होंगे जेल में

नाएप्यीडा। सेना शासित म्यांमार की एक अदालत ने लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की को भ्रष्टाचार के पांच मामलों में दोषी ठहराकर सात साल जेल की सजा सुनाई है। सू की को अब संयुक्त रूप से 33 साल जेल की सजा काटनी होगी।

म्यांमार में दशकों के सैन्य शासन के विरोध की मुखर आवाज और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की को एक फरवरी 2021 को हुए तख्तापलट के बाद से हिरासत में लिया गया था। सू की अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार करती रही हैं, किन्तु सैन्य शासन की अदालत ने उनकी जेल की सजा सात साल के लिए और बढ़ा दी है। उन्हें भ्रष्टाचार के नए आरोपों में दोषी करार देते हुए उनकी सजा बढ़ाई गयी है। अदालत ने उन्हें भ्रष्टाचार के पांच मामलों में दोषी ठहराया है। अब सू की को संयुक्त रूप से 33 साल जेल की सजा काटनी होगी।

म्यांमार की अदालत के इस फैसले के बाद नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी का अस्तित्व भी खतरे में आ गया है। इस बीच म्यांमार के सैन्य शासन ने 2023 में नए सिरे से चुनाव कराने की घोषणा भी की है। आंग सान सू की ने म्यांमार में दशकों तक सैन्य शासन के खिलाफ लोकतंत्र के लिए लंबा संघर्ष किया है। पूरी दुनिया में चर्चित आंग सान सू की म्यांमार की बेहद लोकप्रिय नेता हैं। वह दशकों से वहां लोकतंत्र की बहाली के लिए संघर्ष करती रही हैं। 15 साल तक नजरबंद या जेल में रहने के बाद म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली पर उन्होंने देश की कमान संभाली थी। हालांकि, 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद उन्हें फिर गिरफ्तार कर लिया गया था, तब से वे जेल में हैं। (हि.स.)