मुंबई। भाजपा के एक नेता ने इस्लामी धर्मगुरु मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी का आरोप है कि मौलाना सज्जाद नोमानी ने केंद्र सरकार का समर्थन करने वाले मुसलमानों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए फतवा जारी किया है। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने तुगलक रोड थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, लखनऊ के नोमानी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित फतवा (फरमान) जारी किया था।
जमाल सिद्दीकी ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि वायरल हुए एक वीडियो में मौलाना सज्जाद नोमानी ने कथित तौर पर कहा था कि भाजपा का समर्थन करने वाले मुसलमानों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। नोमानी ने कथित तौर पर यह भी कहा है कि ऐसे लोगों को इस्लाम से बाहर माना जाना चाहिए। वीडियो में मौलाना सज्जाद नोमानी ने कथित तौर पर भाजपा के मुस्लिम समर्थकों का मजाक उड़ाते हुए कहा है कि उन्हें अपना नाम बदलकर ‘घनश्याम’ रख लेना चाहिए।
जमाल सिद्दीकी ने दावा किया है कि कथित तौर पर मौलाना सज्जाद नोमानी की ओर से जारी फतवे के कारण भाजपा से जुड़े मुस्लिमों को गंभीर नतीजे भुगतने पड़े हैं। उनको धमकियों और सामाजिक अलगाव का सामना करना पड़ा है। उन्हें गालियां दी जा रही हैं। सिद्दीकी ने अपनी शिकायत में कहा है कि फतवे के बाद, लोगों ने शुक्रवार की नमाज के दौरान और निजामुद्दीन दरगाह जैसे सार्वजनिक स्थानों पर मुझसे बात करना बंद कर दिया है। मुझे सोशल मीडिया पर गालियां दी गई हैं। लोग मेरा बहिष्कार कर रहे हैं।
भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी यह भी कहा है कि उनका पीछा किया जा रहा है। उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इनकी वजह से जमाल सिद्दीकी का और अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं का जीवन मुश्किल होता जा रहा है। शिकायतकर्ता जमाल सिद्दीकी ने पुलिस अधिकारियों से मौलाना सज्जाद नोमानी के बयानों के लिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उन्होंने अपनी शिकायत में वीडियो क्लिप का लिंक भी अटैच किया है।